कमलनाथ किसान विरोधी और झूठे नेता-कृषि मंत्री
कृषि मंत्री कमल पटेल ने पत्रकारों से बातचीत में कमलनाथ को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि उन्हीं के कारण प्रदेश के किसानों को फसल बीमा के 1553 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी के जिन आंकड़ों को लेकर कांग्रेस और कमलनाथ फूले नहीं समा रहे वह दरअसल कागजी आंकड़े हैं, हकीकत इसके विपरीत हैं। उन्होंने कहा कमलनाथ की वादाखिलाफी के कारण 6 मंत्री और 22 विधायक उन्हें धक्का देकर बाहर आ गये अब प्रदेश की जनता होने कांग्रेस को धक्का देकर बाहर करेगी। मंत्री कमल पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ किसान विरोधी हैं, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही 48 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के 54 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने का आदेश निकाला था, लेकिन हरदा में ही दो भाइयों के 80-80 हजार रुपए के ऋण अब तक माफ नहीं किए गए हैं। कमल पटेल ने कहा कि कमलनाथ ने जो किया उससे सहकारी सोसायटी आर्थिक तंगी में आ गई और वह किसानों को लोन नहीं दे सके। कमलनाथ ने फसल बीमा के लिए स्केल आफ फाइनेंस भी घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया जिससे प्रीमियम कम हो, लेकिन यह प्रीमियम भी जमा नहीं कराया जिससे किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलना मुश्किल हो गया था।
‘कमलनाथ जनप्रतिनिधि बनने के लायक नहीं’
कमल पटेल ने कहा कि अगर सच्चे किसान हितैषी हैं तो कमलनाथ या सोनिया गांधी किसानों के खाते में यह राशि जमा करें अन्यथा प्रदेश का किसान उन्हें माफ नहीं करेगा। कमल पटेल ने कहा कमलनाथ जनप्रतिनिधि बनने लायक नेता ही नहीं उन्हें नेता प्रतिपक्ष के पास से इस्तीफा दे देना चाहिए और प्रदेश की जनता से इस बात के लिए माफी मांगना चाहिए कि उन्होंने जनता को गुमराह किया और जनता से किया गया वादा पूरा नहीं किया।