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गांवों के स्कूलों में शिक्षक कई-कई दिनों तक रहते है गायब

locationहरदाPublished: Sep 12, 2017 04:22:00 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

अधिकारियों के दौरा करने पर उजागर हुई लापरवाही, शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश, सूचना पत्र जारी किए

Negligence of teachers

Negligence of teachers

खिरकिया. विकासखंड में सुदूर ग्रामीण अंचलों व आदिवासी क्षेत्रों में शासन द्वारा शाला स्थापित कर शिक्षकों की नियुक्ति की गई, ताकि आदिवासी तबका साक्षर हो सके, लेकिन नियुक्त शिक्षकों द्वारा उनके कर्तव्यों का निर्वहन न करते हुए कई दिनों तक शाला में नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है। शासन से मोटी तनख्वाह लेकर मजे मार रहे हंै। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के दौरे के दौरान यह उजागर हुआ। जहां कोई शिक्षक एक सप्ताह से तो कोई 3 दिनों से विद्यालय में नहीं पहुंचा है। जबकि बाकायदा उनका अवकाश आवेदन बिना स्वीकृति के लगा हुआ है। विकासखंड में शिक्षा का स्तर काफी गिरता जा रहा है।विद्यालयों की हालत यह है कि बच्चे तो पढऩे पहुंचते हैं, लेकिन मास्साब पढ़ाने नहीं आते हंै। जबकि आयुक्त नर्मदापुरम संभाग द्वारा एमशिक्षा मित्र से उपस्थिति न लगाने वाले एवं कलेक्टर द्वारा शाला समय में बिना अवकाश आवेदन अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के प्रति पहले ही कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए जा चुके हंै। बावजूद ऐसी अव्यवस्था सामने आ रही है।
बिना अवकाश स्वीकृति के मिले अनुपस्थित
विकासखंड में एक दो नहीं बल्कि कई शाला ऐसी हंै, जहां शिक्षक नहीं पहुंच रहे है। कभी कोई शिक्षक अनुपस्थित रहता है तो कभी कोई। ऐसे में जो उपस्थित रहता है, उसके भरोसे शाला छोड़ दी जाती है। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान प्राथमिक शाला घोड़ापाट के सहायक अध्यापक भारतसिंह लोवंशी 6 दिन, प्राथमिक शाला गेनाढाना के लक्ष्मीनारायण लौवंशी, सहायक अध्यापक 6 दिन, प्राथमिक शाला आरया के सहायक अध्यापक दशरथसिंह मीणा 6 दिन तथा माध्यमिक शाला आरया में पदस्थ अध्यापक चन्द्रकिशोर मानकर 9 दिन, माध्यमिक शाला पटाल्दा के शिवकुमार श्रीवास अध्यापक 11 दिन, प्राथमिक शाला झापनादेह के सांवलसिंह खाण्डगुल एवं पंजाबराव पाटिल 1 दिन अनुपस्थित रहे। शिक्षक जितने दिन अनुपस्थित रहे, उनका उतने दिन का वेतन काटा जाएगा। विकासखंड में 18 9 प्राथमिक, 97 माध्यमिक एवं करीब दो दर्जन हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी विद्यालय है, जिससे सैकड़ों शिक्षक अध्यापन कार्य कराते हैं, लेकिन इनमें से ऐसे शिक्षकों का आंकड़ा दर्जनों में होगा, जो विद्यालय नहीं पहुंचते हंै।
एमशिक्षा मित्र पर नहीं लगाई उपस्थिति, कटेगा वेतन
विद्यालयों में शिक्षको की उपस्थिति के लिए शासन द्वारा एमशिक्षा मित्र एप योजना लागू कीहै। जिसके पोर्टल पर पंजीयन न करने एवं उपस्थिति न लगाने वाले 57 शिक्षकों एवं 5 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। साथ ही विकासखंड शिक्षाधिकारी मनोज झिंगन एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक उमाकांत वर्मा ने शिक्षकों के प्रति नाराजगी व्यक्त कर कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए हंै। अधिकारियों द्वारा लगातार जनशिक्षकों के माध्यम से एवं स्वयं भ्रमण के शिक्षकों से एमशिक्षा मित्र एप पर पंजीयन एवं उपस्थिति दर्ज कराने एवं बिना अवकाश आवेदन अनुपस्थित रहने पर कार्यवाही की चेतावनी दी थी। अभी तक पोर्टल पर विकासखंड में कार्यरत 8 27 कर्मचारियों में से 76 5 ने पंजीयन करा लिया है।
इनका कहना
एमशिक्षा मित्र एप पर उपस्थिति नहीं लगाने एवं विद्यालयों में बिना अवकाश आवेदन स्वीकृति के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के वेतन काटे जाएंगे। लगातार दौरे निरीक्षण किए जा रहे हैं, सतत कार्यवाही की जाएगी।
उमाकांत वर्मा, बीआरसी, खिरकिया
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