दरअसल मनरेगा में मजदूर काम ही नहीं करना चाह रहे हैं। उन्हें अपनी मजदूरी की राशि के लिए ही भटकना पड़ रहा है। इधर वरिष्ठ अधिकारी जनपद पंचायत के कर्मचारियों को अधिक से अधिक मजदूर लगाने की बात कर रहे हैं। इतना ही नहीं, ऐसा नहीं कर पानेवाले कर्मचारियों का वेतन भी काट रहे हैं। कर्मचारियों के मासिक वेतन में से ये कटौती की जा रही है।
इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अपर कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक को भेजे गए पत्र के अनुसार खिरकिया जनपद पंचायत में प्रतिदिन २५०० मजदूरों को रोजगार नियोजन का लक्ष्य दिया गया है पर ११ जनवरी को एमआईएस रिपोर्ट में १६२३ मजदूर ही कार्यरत दर्शाए गए हैं। कुल प्रगतिरत १५९३ कार्यों में से मात्र ३२९ कार्यों पर मस्टर रोल जारी किए गए हैं। करीब ३०० ऐसे काम हैं जिनपर इस साल एक रुपए भी व्यय नहीं किया गया है। इन सब वजहों का वास्ता देते हुए वेतन काटे जाने की सूचना दी गई है।
तकनीकी दिक्कत है
– पोर्टल में २३ दिसंबर से भुगतान की दिक्कत दर्शाई जा रही है। हमारी प्रक्रिया पूरी है, भुगतान भी कर दिया गया है पर मजदूरों के खातें में पेमेंट नहीं आया है। तकनीकी दिक्कत में मजदूरी राशि अटकी है। जल्द ही मजदूरों के खातों में पैसे आ जाएंगे।
वीरेंद्र ङ्क्षसह बघेल, एपीओ, जिला पंचायत
– पोर्टल में २३ दिसंबर से भुगतान की दिक्कत दर्शाई जा रही है। हमारी प्रक्रिया पूरी है, भुगतान भी कर दिया गया है पर मजदूरों के खातें में पेमेंट नहीं आया है। तकनीकी दिक्कत में मजदूरी राशि अटकी है। जल्द ही मजदूरों के खातों में पैसे आ जाएंगे।
वीरेंद्र ङ्क्षसह बघेल, एपीओ, जिला पंचायत
खिरकिया जनपद पंचायत में कुल पंचायतें- ६७
जनपद पंचायत में कुल जाब कार्ड धारी- १३५१३
जनपद पंचायत में कुल एक्टिव कार्ड धारी- १०९९८
जनपद पंचायत में रोजाना कार्यरत मजदूरों का लक्ष्य- २५००
११ जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार कुल कार्यरत मजदूर मिले- १६२३
जनपद पंचायत में कुल प्रगतिरत कार्य- १५९३
मस्टर रोल जारी किए- ३२९ कार्यों पर
प्रधानमंत्री आवास के कुल ९०९ कार्य
मस्टर जारी किए गए- २३६ कार्यों पर