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कॉलेज के नामकरण पर एनएसयूआई ने आपत्ति जताई, कांग्रेस भी विरोध में उतरी

locationहरदाPublished: Sep 17, 2018 11:28:39 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

संगठन ने इसे नगर के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताया, राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर विरोध जताया

Objected to naming college

कॉलेज के नामकरण पर एनएसयूआई ने आपत्ति जताई, कांग्रेस भी विरोध में उतरी

टिमरनी. रहटगांव रोड स्थित शासकीय कॉलेज का नाम आरएसएस के स्थानीय दिवंगत स्वयंसेवक के नाम पर किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। एनएसयूआई ने इस पर आपत्ति जताते हुए सोमवार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार केसी व्यास को दिया। इधर, कांग्रेस ने भी इस पर विरोध जताते हुए निर्णय को स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताया है। जनभागीदारी समिति के निर्णय पर आपत्ति जताते हुए एनएसयूआई की ओर से कहा गया है कि जिनके नाम पर कॉलेज का नामकरण किया गया उन भाऊ साहब भुस्कुटे का कॉलेज में कोई योगदान नही है। भुस्कुटे एक संगठन के कार्यकर्ता रहे। इनका नाम स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में नहीं है। यह महापुरुषों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है। कॉलेज का नामकरण सेनानियों के नाम पर हो। पांच दिन में निर्णय नहीं बदलने पर संगठन ने जनआंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान पूर्व छात्रसंघ सचिव चंदन कुशवाहा, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष शेंकी उपाध्याय, ब्लाक अध्यक्ष देवेंद्र भाटी, शुभम जायसवाल, राहुल पवारे, सनी अग्रवाल, अभिषेक राजपूत, दुर्गेश इंदौरे आदि मौजूद थे।
संघ प्रचारक के नाम पर नामकरण असंवैधानिक
इधर, कांग्रेस के विधानसभा क्षेत्र प्रवक्ता सुभाष जायसवाल ने इस निणर्य पर विरोध जताते हुए असंवैधानिक करार दिया है। जायसवाल ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि जनभागीदारी समिति टिमरनी के अध्यक्ष विधायक संजय शाह के प्रस्ताव पर संघ प्रचारक स्व. भाऊ साहब भुस्कुटे के नाम पर किया जाना राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति भर है। कांग्रेस ने विधायक शाह पर शासन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए इस प्रस्ताव की कड़े शब्दों में निंदा की है। संगठन ने इसे महाविद्यालय के लिए संघर्ष करने वाले नगर के गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों एवं तत्कालीन जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओम सोलंकी, वरिष्ठ कांग्रेसी हरिभाऊ गद्रे, पूर्व नप अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्रा ने शासन से इस प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
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