इधर, कांग्रेस के विधानसभा क्षेत्र प्रवक्ता सुभाष जायसवाल ने इस निणर्य पर विरोध जताते हुए असंवैधानिक करार दिया है। जायसवाल ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि जनभागीदारी समिति टिमरनी के अध्यक्ष विधायक संजय शाह के प्रस्ताव पर संघ प्रचारक स्व. भाऊ साहब भुस्कुटे के नाम पर किया जाना राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति भर है। कांग्रेस ने विधायक शाह पर शासन को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए इस प्रस्ताव की कड़े शब्दों में निंदा की है। संगठन ने इसे महाविद्यालय के लिए संघर्ष करने वाले नगर के गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों एवं तत्कालीन जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओम सोलंकी, वरिष्ठ कांग्रेसी हरिभाऊ गद्रे, पूर्व नप अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्रा ने शासन से इस प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।