हरदा

सोयाबीन व उड़द की फसल में बीमारियां लगने से पहुंची नष्ट होने की कगार पर

कृषि अधिकारी व वैज्ञानिकों से नहीं मिल रही किसानों को सलाह

हरदाSep 06, 2018 / 11:37 pm

sanjeev dubey

सोयाबीन व उड़द की फसल में बीमारियां लगने से पहुंची नष्ट होने की कगार पर

हंडिया. क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों से लगातार सोयाबीन की फसल कभी अधिक अतिवृष्टि तो कभी अल्प बारिश की वजह से नष्ट हो रही है। इससे किसान हर साल नुकसानी की मार झेल रहे है। किसानों को इस वर्ष अभी तक हुई सामान्य वर्षा के चलते खेतों में लहलहाती सोयाबीन और उड़द की फसल से अच्छी पैदावार की उम्मीद बंधी थी। जिसके चलते किसानों ने महंगी मोल की दवाइयों का उपयोग का खरपतवार नष्ट करने के साथ ही पैदावार बढ़ाने के लिए टानिक आदि का उपयोग किया। लेकिन विगत एक सप्ताह से सोयाबीन में लगी बीमारियों के चलते अचानक फसल पीली पडऩे लगी है।
 

सोयाबीन की फलियां टूट कर गिरने लगी-
सोयाबीन व उड़द के पौधों में लगी फलियां टूटकर जमीन पर गिर रही है। ऐसे में अभी कच्चा दाना होने से कटाई के बाद पूरी तरह से सूखकर नाम मात्र का रह जाएगा। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सफेद मक्खी है जिसके चलते यह फसल को नुकसान पहुंचा रही है। किसान भंवरसिंह राजपूत बाकरोल ने बताया कि तहसील के लगभग 8 0 प्रतिशत से अधिक गांवों में सोयाबीन की फसल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है। किसान महंगी मोल की दवाइयां डालकर उसे बचाने का प्रयास कर रहा है जो कारगर नहीं हो रहा है।
कृषि अधिकारी व वैज्ञानिक नहीं ले रहे सुध-
कृषक शक्ति सिंह भाटी ने बताया कि किसानों की फसल बिगडऩे के बावजूद अभी तक यहां कोई भी कृषि विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारी ने किसानों को इसके बचाव की सलाह दी नहीं दी है। न ही स्थिति का जायजा लिया। कृषक मुरली मनोहर तिवारी का कहना है कि सोयाबीन में पीला पडऩे का रोग प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है। जिसको लेकर किसान परेशान है। कृषि विभाग के अधिकार व वैज्ञानिक फसलों की सुध लेने नहीं पहुंच रहे है।
किसानों ने की मुआवजा देने की मांग
जिले के हजारों हेक्टेयर में लगी सोयाबीन फसल में स्टेम फ्लाई किट का प्रकोप लगने से फसल बर्बाद हो गई। आम किसान यूनियन द्वारा बुधवार को कृषि उपज मंडी के शेड में खराब फसलों की प्रदर्शनी लगाईगई, जिसमें जिले के 6 1 गांवों के किसान सोयाबीन, उड़द की खराब फसलों के पौधे लेकर आए। वहीं प्रशासनिक और कृषि अधिकारियों के सामने प्रदर्शन कर फसल का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की। संबोधित करते हुए आम किसान यूनियन के केदार सिरोही ने बताया कि वर्तमान में हरदा जिले में 20 हजार हेक्टेयर से अधिक फसल स्टेम फ्लाई किट की वजह से बर्बाद हो चुकी है। किंतु अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया रहा है। इसलिए प्रदर्शन कर अधिकारियों का फसलें दिखाई गईं।
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