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तार के सहारे टिके हैं बिजली के खंभे, दुघर्टना का अंदेशा

locationहरदाPublished: Jan 19, 2019 06:17:58 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

कई स्थानों पर खड़ी है पोलो की अव्यवस्था, कहीं टेढ़े तो कहीं गिरने की कगार पर पोल

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Power Stones Stand On

खिरकिया. नगर में लगे बिजली पोल दुघर्टनाओं को आमंत्रण दे रहे हंै। हाल ये हैं कि कहीं टेढ़े-मेढ़े पोल लगे हैं तो कहीं ये गिरने की कगार पर हैं। और तो और ऐसे भी बिजली के खंभे हैं जोकि तार के सहारे टिके हैं। ऐसे में दुघर्टना का अंदेशा बढ़ रहा है।
बिजली कंपनी द्वारा समय-समय पर मेंटेनेंस की बात कही जाती है। कभी ग्रीष्मकाल से पहले मेंटेनेंस तो कभी बारिश के पूर्व प्री मानसून मेंटेनेंस के नाम पर दिन-दिन भर बिजली कटौती की जाती है। लेकिन जमीनी स्तर पर मेंटेनेंस कतई नजर नहीं आता है। कहीं तार चिपक रहे हैं तो कहीं पर बिजली के पोल आड़े पड़े हुए हैं। कई स्थानों पर तो बिजली के पोल तारों के सहारे ही टिके हुए हैं। कहीं पर पोल बीच में से टूटे हैं जिन पर विद्युत कंपनी का ध्यान ही नहीं है। कंपनी द्वारा कार्य ठेकेदारो को दे दिए जाते हैं, लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। खेड़पुरा में किल्लौद मार्ग पर लगा सीमेंट विद्युत का पोल टेढ़ा हो गया है। जमीनी सतह से मजबूती छोडऩे के कारण यह गिरने की कगार पर है। वार्ड के इकबाल खान ने बताया कि पोल महज केबल के सहारे खड़ा हुआ है, जो किसी भी दिन गिर सकता है।
तारों की उंचाई भी कम
बिजली तारों की उंचाई भी कई जगहों पर बेहद कम है। कई स्थानों पर हाथों की उंचाई तक तार झूल रहे हैं। हुसैनी चौक खेड़ीपुरा में तारों की उंचाई काफी कम है। वार्डवासियों ने बताया कि इस ओर बिजली कर्मचारियों को अवगत भी कराया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। मार्ग से गुजरने वाले वाहनों से केबल टकराते हंै। बड़े वाहनों को निकालने के लिए तार उंचे करने पड़ते हैं। प्रतिदिन यह समस्या बनती है, ऐसे में दुघर्टना हो सकती है। कुछ माह पूर्व यहां एक डंपर में तार फंसने से पांच वार्डो की बिजली व्यवस्था प्रभावित हो गई थी। वहीं कई तार व पोल इस घटना में टूट गए थे। इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
पोल लगाए जाने में की खानापूर्ति
कुछ वर्ष पहले बिजली कंपनी द्वारा पुराने बिजली तारों को हटाकर केबलीकरण किया गया है। पुराने पोलों के स्थान पर नए पोल भी लगाए गए लेकिन इस काम में महज खानापूर्ति की गई। पोल को जमीनी सतह से सही ढंग से नहीं लगाया गया है। थोड़ा सा गढ्ढा करके उन्हें वैसे ही खड़ा कर दिया गया है जबकि गहरा गढ्ढा खोदकर, सीमेंट कांक्रीट भरकर पोल को लगाया जाना था। ऐसे पोल अब क्षतिग्रस्त व टेढ़े हो रहे हैं।
इनका कहना है
– बिजली के खंभे और तार की स्थिति सुधारी जाएगी। इसके लिए त्वरित कदम उठाया जा रहा है।
सौरभ शर्मा, प्रभारी एई, बिजली कंपनी
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