हितग्राहियों की आकस्मिक मौत के चलते दूसरी किश्त जारी नहीं हुई है। मृतक हितग्राहियों की पत्नियों के खाते नंबर भोपाल भेजे गए है। पोर्टल पर खाते दर्ज होने पर राशि जारी की जाएगी।
राजू सोनी, योजना प्रभारी, जपं खिरकिया
आश्रितों को नहीं मिल रही योजना के राशि
विकासखंड के मुंशी फतू छुरीखाल, राधेश्याम मोतीलाल कालधड़, रामगोपाल जूनापानी भवरदी, रामदास जगन धनकर, इमरतलाल जोखीलाल जामुखो, मोहनराम रामभरोस पोखरनी, रामहेत बद्रीप्रसाद पोखरनी, गोपाल अंबर चौकड़ी सहित अन्य ऐसे हितग्राहियों के आश्रित है, जो इस प्रकार की परेशानी से जूझ रहे है। हितग्राहियों के परिवारों में पत्नी, बेटे सहित अन्य सदस्य है, जिन्हें आवास की आवश्यकता है, लेकिन उन्हें राशि नहीं मिलने से वे आवास का निर्माण नहीं कर पा रहे है।
छह माह से कर रहे दूसरी किश्त का इंतजार
परिवार के हितग्राही मुखिया के रहते उन्हें योजना के तहत प्रथम किश्त उपलब्ध करा दी गई है, जिसमें उन्हें आवास के प्लंत स्तर तक कार्य भी करा लिया है, लेकिन दूसरी किश्त मिलने के पूर्व ही हितग्राही मुखिया का निधन हो गया। जिसके बाद उन्हें दूसरी किश्त नहीं मिल पाई है। हितग्राहियो की पत्नी सहित अन्य आश्रितों द्वारा खाते नंबर सहित अन्य दस्तावेज भी संबंधित पंचायतों व जपं को उपलब्ध करा दिए गए हैं, लेकिन उनके खातों में अब तक दूसरी किश्त नहीं आई है। करीब 6 माह से हितग्राही दूसरी किश्त का इंतजार कर रहे हंै, इसको लेकर हितग्राही कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें भोपाल से राशि खातों में जमा करने की बात कहकर टाला जा रहा है। दूसरी किश्त के रूप में हितग्राहियो को 40 हजार रुपए मिलना है। जिससे छत स्तर तक कार्य किया जाना है, इसके बाद तीसरी किश्त मिलने पर छत का निर्माण होना है, लेकिन अभी दीवारों के निर्माण के लिए ही राशि नहीं मिली है, तो छत की राशि के उन्हें और कितना इंतजार करना होगा।
राजू सोनी, योजना प्रभारी, जपं खिरकिया
आश्रितों को नहीं मिल रही योजना के राशि
विकासखंड के मुंशी फतू छुरीखाल, राधेश्याम मोतीलाल कालधड़, रामगोपाल जूनापानी भवरदी, रामदास जगन धनकर, इमरतलाल जोखीलाल जामुखो, मोहनराम रामभरोस पोखरनी, रामहेत बद्रीप्रसाद पोखरनी, गोपाल अंबर चौकड़ी सहित अन्य ऐसे हितग्राहियों के आश्रित है, जो इस प्रकार की परेशानी से जूझ रहे है। हितग्राहियों के परिवारों में पत्नी, बेटे सहित अन्य सदस्य है, जिन्हें आवास की आवश्यकता है, लेकिन उन्हें राशि नहीं मिलने से वे आवास का निर्माण नहीं कर पा रहे है।
छह माह से कर रहे दूसरी किश्त का इंतजार
परिवार के हितग्राही मुखिया के रहते उन्हें योजना के तहत प्रथम किश्त उपलब्ध करा दी गई है, जिसमें उन्हें आवास के प्लंत स्तर तक कार्य भी करा लिया है, लेकिन दूसरी किश्त मिलने के पूर्व ही हितग्राही मुखिया का निधन हो गया। जिसके बाद उन्हें दूसरी किश्त नहीं मिल पाई है। हितग्राहियो की पत्नी सहित अन्य आश्रितों द्वारा खाते नंबर सहित अन्य दस्तावेज भी संबंधित पंचायतों व जपं को उपलब्ध करा दिए गए हैं, लेकिन उनके खातों में अब तक दूसरी किश्त नहीं आई है। करीब 6 माह से हितग्राही दूसरी किश्त का इंतजार कर रहे हंै, इसको लेकर हितग्राही कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें भोपाल से राशि खातों में जमा करने की बात कहकर टाला जा रहा है। दूसरी किश्त के रूप में हितग्राहियो को 40 हजार रुपए मिलना है। जिससे छत स्तर तक कार्य किया जाना है, इसके बाद तीसरी किश्त मिलने पर छत का निर्माण होना है, लेकिन अभी दीवारों के निर्माण के लिए ही राशि नहीं मिली है, तो छत की राशि के उन्हें और कितना इंतजार करना होगा।
प्लास्टिक बांधकर गर्मी में रह रहे
हितग्राहियों द्वारा अपने पुराने घरों को तोड़कर कार्य शुरू कर दिया, लेकिन हितग्राही की मौत के बाद उनके आवास का कार्य राशि नहीं मिलने से अटक गया। कई स्थान पर हितग्राही द्वारा वर्तमान में निर्मित प्लंत के उपर भीषण गर्मी मे प्लास्टिक बांधकर गुजारा कर रहे हंै, तो कहीं पर अन्य कोई जुगाड़ लगाकर काम चलाया जा रहा है, लेकिन आगामी समय में हितग्राहियों को बारिश की चिंता सताने लगी है। बारिश में उनके पास छत नहीं होगी, ऐसे में रहने के लिए परेशान होना पड़ेगा।
हितग्राहियों द्वारा अपने पुराने घरों को तोड़कर कार्य शुरू कर दिया, लेकिन हितग्राही की मौत के बाद उनके आवास का कार्य राशि नहीं मिलने से अटक गया। कई स्थान पर हितग्राही द्वारा वर्तमान में निर्मित प्लंत के उपर भीषण गर्मी मे प्लास्टिक बांधकर गुजारा कर रहे हंै, तो कहीं पर अन्य कोई जुगाड़ लगाकर काम चलाया जा रहा है, लेकिन आगामी समय में हितग्राहियों को बारिश की चिंता सताने लगी है। बारिश में उनके पास छत नहीं होगी, ऐसे में रहने के लिए परेशान होना पड़ेगा।