scriptमालगाड़ी में ज्यादा अनाज भरने पर रेलवे ने दिया कंपनी को सात लाख का नोटिस | Railway gives 7 lakh notice to filling more grains in Malgadi | Patrika News

मालगाड़ी में ज्यादा अनाज भरने पर रेलवे ने दिया कंपनी को सात लाख का नोटिस

locationहरदाPublished: Oct 08, 2018 11:14:46 am

Submitted by:

pradeep sahu

बोगियों की सील तोड़कर ४२ बैगनों से ८४ टन अतिरिक्त माल, बारह घंटे बाद केरल रवाना हुआ रैक

Railway gives 7 lakh notice to filling more grains in Malgadi

मालगाड़ी में ज्यादा अनाज भरने पर रेलवे ने दिया कंपनी को सात लाख का नोटिस

हरदा. स्थानीय रेलवे माल गोदाम से दिल्ली की कंपनी ने मालगाड़ी में गेहूं लोडिंग करवाया था, किंतु रेलवे वाणिज्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने रैक में अधिक माल भरवा दिया था। कम्प्यूटर से माल लोडिंग का बिल निकालने पर माल अधिक होने की लापरवाही सामने आई। जिस पर अधिकारियों ने रैक को आगे जाने से रुकवा दिया, वहीं रेलवे ने अनाज खरीदने वाली कंपनी को 7 लाख रुपए का जुर्माना का नोटिस दिया। इसके अलावा वाणिज्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से भी इस संबंध में जवाब तलब किया। माल उतराने की वजह से मालगाड़ी करीब 12 घंटे रूकी रही। रविवार दोपहर को मालगाड़ी को आगे रवाना किया गया। इधर, कंपनी के प्रतिनिधि का कहना है कि उनका और भी रेलवे स्टेशनों से माल लोडिंग होता है। जहां के अधिकारी द्वारा रूट के अनुसार बैगनों में माल भरवाया जाता है। हरदा के अधिकारियों द्वारा निर्देश पर माल भरा गया था, जिसका उन्होंने किराया भी दिया है। विभाग द्वारा माल भरने के पूर्व ही ध्यान दिया जाता तो माल उतारने की नौबत नहीं आती।
कम्प्यूटर से उजागर हुआ मामला- जानकारी के मुताबिक दिल्ली एक कंपनी ने एफसीआई से गेहूं खरीदा था, जिसे रेलवे मालगोदाम से मालगाड़ी बीसीएन में भरकर केरल भेजा जाना था। रेलवे सूत्रों के अनुसार बैगन की भार क्षमता ६१ टन एवं ६४ टन जनरल होती है, लेकिन उक्त वेस्ट हिल स्टेशन पर जाने वाले उक्त रैक में ६१ टन की जगह ५९ टन भरना था। वहीं कुछ बैगन में ६४ टन की जगह ६१ भरा जाना था, लेकिन क्षमता से ज्यादा अनाज भर दिया गया। इस तरह प्रत्येक बैगन में २-२ टन माल अधिक भर दिया गया था। लोड कंपलीट सील होकर सेटिंग होने के बाद शनिवार-रविवार की 12.०५ मिनट पर मालगाड़ी जाने को तैयार हुई। कम्प्यूटर से किराया और आरआर पर्ची निकाली गई तो जिस रूट से मालगाड़ी को जाना था उसके हिसाब से रैक में माल अधिक भरा होने की जानकारी मिली। इसके बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में रैक को आगे जाने से रोक दिया और मालगाड़ी में भरे गए अधिक अनाज को उतारने का काम शुरू कराया।
हर्जाना भरने से किया इनकार- सूत्रों के अनुसार दिल्ली की कंपनी द्वारा एफसीआई से गेहूं खरीदी की गई थी। कंपनी द्वारा उक्त माल को केरल भेजा जा रहा था। किंतु माल अधिक भरे जाने से जहां रैक समय से रवाना नहीं हो पाया। लगभग १२ घंटे तक रैक खड़ा रहने पर रेलवे ने माल खरीदने वाली कंपनी पर करीब ७ लाख रुपए का जुर्माना का नोटिस भेजा। जिस पर कंपनी ने पल्ला झाड़ते हुए रेलवे वाणिज्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारी की लापरवाही की वजह से रैकों में ज्यादा माला भरा जाने की बात कहते हुए राशि भरने से इनकार कर दिया। सूत्रों के अनुसार रेलवे द्वारा प्रति बैगन पर १५० रुपए जुर्माना किया गया। रैक की ४२ बैगन पर प्रति घंटा ६३०० रुपए के हिसाब से जुर्माना देने के आदेश दिए।
पुराने मालगोदाम से २१ बैगन से उतारा माल – बैगनों में अधिक माल भरने का मामला उजागर होने पर रेलवे कंट्रोल को डीसीआई राजीव गोहर ने मालगोदाम पर रैक दोबारा प्लेस करने तथा सभी बैगन से 2-2 टन माल अनलोड करने के लिए सेक्शन कंट्रोल को मेमो दिलाया। सेक्शन कंट्रोल ऑपरेटिंग विभाग द्वारा रैक वापस मालगोदाम पर प्लेस करने से मना कर दिया गया। वहीं बैगन की सील तोड़कर माल उतारने के लिए आरपीएफ को मेमो दिया गया। सेक्शन कंट्रोल द्वारा आदेश दिया कि जहां रैक खड़ा है वहीं पर ही माल लोड करने का काम किया जाए। इसके बाद पुराने माल गोदाम से रात लगभग 3 बजे तक २१ बैगनों से दो-दो टन माल उतारा गया। रात्रि अधिक होने के चलते अधिकारियों ने काम रुकवा दिया। रविवार सुबह फिर से प्लेटफार्म नंबर एक पर मालगाड़ी से गेहूं की बोरियां उतरवाई गईं। इस तरह रैक की ४२ बैगन में से ८४ टन माल निकाला गया।
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