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पानी का बहाव रोककर नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू

locationहरदाPublished: May 30, 2020 09:30:20 pm

Submitted by:

gurudatt rajvaidya

विभागीय अधिकारियों ने नहर का पानी रुकवाकर क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू कराई

पानी का बहाव रोककर नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू

पानी का बहाव रोककर नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू

हरदा/मसनगांव. तवा कमांड की एलबीसी के टेल क्षेत्र में पानी बढऩे पर शुक्रवार को नहर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद आसपास के खेतों एवं लालमाटी गांव में पानी भरा गया था। शनिवार को मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों ने नहर का पानी रुकवाकर क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शुरू कराई। पहदगांव माइनर से ऊपर चैन क्रमांक 4230 पर पूर्व में भी दो बार नहर फूट चुकी है। इसके बाद लाइनिंग का काम होने के बावजूद नहर के फूटने से किसानों द्वारा घटिया निर्माण कराने का आरोप लगाया जा रहा है। सोनतलाई डिवीजन में टू-एल शाखा तक कई जगहों पर सीमेंट की परत उखड़ गई है। जहां विभाग द्वारा मिट्टी तथा रेत की बोरी भरकर पाल को मजबूत किया गया है। सोनतलाई डिवीजन में 1 मीटर गेज पानी की क्षमता है। इसमें 85 से 90 गेज पानी चलता है। ऐसे में अधिक पानी पहुंचने से नहर फूट जाती है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है।
पत्रिका ने पहले ही कर दिया था सचेत
नहर के क्षतिग्रस्त होने को लेकर पत्रिका द्वारा लगातार समाचार का प्रकाशन किया जाता रहा। इसके बावजूद विभाग द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। खबर में बताया गया था कि सोनतलाई डिवीजन की नहरों में पानी ओवर फ्लो होकर खेतों में बह रहा है। इसके बावजूद निगरानी नहीं की गई। ऊपरी शाखाओं के बंद होने के बाद तवा डैम से पानी कम नहीं किया गया। इस कारण सोनतलाई डिवीजन की मुख्य शाखा अधिक पानी की वजह से फूट गई।
भाकिसं ने की मामले की जांच कराने की मांग
भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को कलेक्टर से मुलाकात का नहर फूटने के कारण बताते हुए उप नहरों की लाइनिंग कार्य भी शीघ्र प्रारंभ कराने की मांग की। संघ के टिमरनी तहसील अध्यक्ष दीपचंद नवाद ने बताया कि सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री द्वारा यह कहना कि ऊपर से पानी बढऩे के कारण नहर फूट गई, सरासर गलत है। वास्तविकता यह है कि तवा डैम से कितना पानी चल रहा है यह मैसेज प्रतिदिन संबंधित अधिकारी के पास भेजा जाता है। उन्होंने लाइनिंग के घटिया निर्माण सहित घटना की जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने एवं प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति राशि दिलाने की मांग की है। इस दौरान विजय मलगाया, विनय यादव, दीपक यादव आदि मौजूद थे।
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