कलेक्टर ने कंपनी अधिकारी से जवाब तलब किया
जनसुनवाई में बिजली बिल की राशि संबंधी शिकायतें आने पर कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने विद्युत वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक वतन खाड़े से जवाब तलक किया। इस दौरान खाड़े ने उन्हें कंपनी के नए सर्कुलर की जानकारी देते हुए बिल राशि अधिक आने के कारण बताए। कलेक्टर ने उन्हें नियमानुसार बिल की राशि लेने तथा त्रुटिवश गलत राशि के बिल जारी होने पर सुधार कराने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में बिजली बिल की राशि संबंधी शिकायतें आने पर कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने विद्युत वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक वतन खाड़े से जवाब तलक किया। इस दौरान खाड़े ने उन्हें कंपनी के नए सर्कुलर की जानकारी देते हुए बिल राशि अधिक आने के कारण बताए। कलेक्टर ने उन्हें नियमानुसार बिल की राशि लेने तथा त्रुटिवश गलत राशि के बिल जारी होने पर सुधार कराने के निर्देश दिए।
खपत जुडऩे से मिल रहे बड़ी राशि के बिल
उल्लेखनीय है कि भाजपा सरकार ने चुनावी साल में संबल योजना लागू कर इसके पात्र उपभोक्ता का बिजली बिल 200 रुपए प्रतिमाह कर दिया था। कांग्रेस सरकार ने 100 यूनिट का 100 रुपए बिल तय किया। इससे ज्यादा खपत का बिल उपभोक्ता को उसी अनुसार मिलेगा जो सभी से वसूला जा रहा है। इसी के चलते उपभोक्ताओं को अधिक राशि के बिल मिलने लगे और वे चुनावी प्रलोभन में खुल को ठगा मेहसूस कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा सरकार ने चुनावी साल में संबल योजना लागू कर इसके पात्र उपभोक्ता का बिजली बिल 200 रुपए प्रतिमाह कर दिया था। कांग्रेस सरकार ने 100 यूनिट का 100 रुपए बिल तय किया। इससे ज्यादा खपत का बिल उपभोक्ता को उसी अनुसार मिलेगा जो सभी से वसूला जा रहा है। इसी के चलते उपभोक्ताओं को अधिक राशि के बिल मिलने लगे और वे चुनावी प्रलोभन में खुल को ठगा मेहसूस कर रहे हैं।
८५ हजार में से ५१ हजार को मिल रहा था लाभ
संबल योजना के तहत 200 रुपए महीने का बिल जमा करने के लाभ का आंकड़ा चौंकाने वाला है। बिजली कंपनी के अनुसार जिले में करीब ८५ हजार घरेलू उपभोक्ता हैं। इनमें से ५११३० उपभोक्ताओं को संबल योजना का लाभ मिल रहा था। वहीं शहर के 14 हजार घरेलू उपभोक्ताओं में से करीब 4500 उपभोक्ता इसका लाभ ले रहे हैं। कांग्रेस सरकार द्वारा अपने वादे अनुसार योजना का लाभ देना शुरू किया गया तो कई उपभोक्ता इस दायरे से बाहर हो गए।
संबल योजना के तहत 200 रुपए महीने का बिल जमा करने के लाभ का आंकड़ा चौंकाने वाला है। बिजली कंपनी के अनुसार जिले में करीब ८५ हजार घरेलू उपभोक्ता हैं। इनमें से ५११३० उपभोक्ताओं को संबल योजना का लाभ मिल रहा था। वहीं शहर के 14 हजार घरेलू उपभोक्ताओं में से करीब 4500 उपभोक्ता इसका लाभ ले रहे हैं। कांग्रेस सरकार द्वारा अपने वादे अनुसार योजना का लाभ देना शुरू किया गया तो कई उपभोक्ता इस दायरे से बाहर हो गए।
एक के बजाए पांच किलो वॉट तक हो रही खपत
बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक संबल योजना का लाभ ले रहे हितग्राहियों के घरों में लोड की जांच कराई जा रही है। यह आश्चर्यजनक रूप से 5 किलो वॉट तक आ रहा है। उपभोक्ता यह मानकर चल रहे हैंं कि उन्हें 200 रुपए ही देना है। लेकिन नए सर्कुलर के अनुसार 100 यूनिट के 100 रुपए बिल के अतिरिक्त खपत का नियमानुसार भुगतान करना पड़ेगा। इसी कारण ऐसे उपभोक्ताओं को अधिक राशि के बिल मिल रहे हैं जो बिजली की बेतहाशा खपत कर रहे हैं। कंपनी अधिकारियों के मुताबिक 1 किलो वाट से ज्यादा लोड वालों को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसके लिए उपभोक्ताओं के परिसर का लोड चेक कर रहे हैं। अनुमान के मुताबिक 40 प्रतिशत अपात्र उपभोक्ता सामने आ रहे हैं।
बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक संबल योजना का लाभ ले रहे हितग्राहियों के घरों में लोड की जांच कराई जा रही है। यह आश्चर्यजनक रूप से 5 किलो वॉट तक आ रहा है। उपभोक्ता यह मानकर चल रहे हैंं कि उन्हें 200 रुपए ही देना है। लेकिन नए सर्कुलर के अनुसार 100 यूनिट के 100 रुपए बिल के अतिरिक्त खपत का नियमानुसार भुगतान करना पड़ेगा। इसी कारण ऐसे उपभोक्ताओं को अधिक राशि के बिल मिल रहे हैं जो बिजली की बेतहाशा खपत कर रहे हैं। कंपनी अधिकारियों के मुताबिक 1 किलो वाट से ज्यादा लोड वालों को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसके लिए उपभोक्ताओं के परिसर का लोड चेक कर रहे हैं। अनुमान के मुताबिक 40 प्रतिशत अपात्र उपभोक्ता सामने आ रहे हैं।
इनका कहना है
संबल योजना के लिए कंपनी द्वारा जारी नए सर्कुलर के अनुसार ही बिल जारी किया जा रहा है। त्रुटिवश ज्यादा राशि के बिल जारी होने पर उनमें सुधार किया जाएगा। शिकायतों की जांच कराके कार्रवाई की जाएगी।
– वतन खाड़े, उप महाप्रबंधक, बिजली कंपनी हरदा
संबल योजना के लिए कंपनी द्वारा जारी नए सर्कुलर के अनुसार ही बिल जारी किया जा रहा है। त्रुटिवश ज्यादा राशि के बिल जारी होने पर उनमें सुधार किया जाएगा। शिकायतों की जांच कराके कार्रवाई की जाएगी।
– वतन खाड़े, उप महाप्रबंधक, बिजली कंपनी हरदा