कैमरों से 24 घंटे होती थी निगरानी
खनिज विभाग के चेक पोस्ट पर मप्र खनिज निगम का अमला 24 घंट तैनात रहता था। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों से भी वाहनों की निगरानी होती थी। चेक पोस्ट बंद होने से अब खनिज से भरे वाहन बेरोकटोक निकलते हैं।
आठ महीने से नहीं खनिज अधिकारी
खनिज विभाग में बीते आठ महीने से अधिकारी ही नहीं है। पूर्व मंत्री कमल पटेल द्वारा जिले में अवैध खनन का मुद्दा उठाए जाने पर आरोपों से घिरे तत्कालीन खनिज अधिकारी मुमताज खान का तबादला होने के बाद से शासन ने अधिकारी की पदस्थापना तो की, लेकिन चार्ज किसी ने नहीं लिया। यह प्रभार कभी डिप्टी कलेक्टर तो कभी अपर कलेक्टर के पास रहा। फिलहाल अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले विभाग के प्रभारी अधिकारी हैं। वहीं कार्रवाई का जिम्मा केवल निरीक्षक के हवाले है।
नौ महीने में 12५ प्रकरण दर्ज
खनिज विभाग ने बीते 9 महीने में अवैध परिवहन के १२५ प्रकरण दर्ज किए। इनमें से ११५ को न्यायालय में प्रस्तुत करने पर २२ लाख १४ हजार ९९३ रुपए जुर्माना हुआ। वहीं इस अवधि में अवैध खनन के १३ प्रकरण ही दर्ज हुए।
मुखबिर तंत्र सक्रिय, कार्रवाई से पहले पहुंचती है सूचना
सूत्रों के मुताबिक रेत के अवैध खनन और परिवहन से जुड़े लोगों का मुखबिर तंत्र खासा सक्रिय है। विभाग के अमले के कार्रवाई के लिए निकलने से पहले ही संबंधितों तक यह खबर पहुंच जाती है। लिहाजा अमले के पहुंचने तक वहां ऐसा कुछ नहीं मिलता जिसे पकडऩे वे जाते हैं। विभाग का अमला दबी जुबान में यह बात स्वीकार भी कर चुका है।
जिले में रेत खनन के लिए यह हैं खदानें
संचालित
खदान रकबा (हेक्टेयर) नदी
– हंडिया २० नर्मदा
– मनोहरपुरा १० नर्मदा
– उंचान २२ नर्मदा
– छीपानेर १५ नर्मदा
– लछौरा १० नर्मदा
– गोला अ ८ नर्मदा
– गोला ब ६ नर्मदा
– मालपोन ६ नर्मदा
असंचालित
– खेड़ीनीमा अ १३ नर्मदा
– खेड़ीनीमा ब १४ नर्मदा
– सीगोन २१ नर्मदा
– लछौरा १५ नर्मदा
– साल्याखेड़ी १० नर्मदा
– बघवाड़ १६ गंजाल
– छिदगांव मेल ८ गंजाल
इनका कहना है
चेक पोस्ट चालू रखने के आदेश ३१ दिसंबर तक के थे। इसके बाद नए आदेश नहीं मिले। फिलहाल दोनों चेक पोस्ट बंद है। विभाग की टीम लगातार भ्रमण कर अवैध खनन व परिवहन को रोकने के लिए कार्रवाई कर रही है। इस काम में राजस्व व पुलिस अमले की भी मदद ली जाती है।
– अर्चना ताम्रकार, खनिज निरीक्षक हरदा
खनिज विभाग के चेक पोस्ट पर मप्र खनिज निगम का अमला 24 घंट तैनात रहता था। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों से भी वाहनों की निगरानी होती थी। चेक पोस्ट बंद होने से अब खनिज से भरे वाहन बेरोकटोक निकलते हैं।
आठ महीने से नहीं खनिज अधिकारी
खनिज विभाग में बीते आठ महीने से अधिकारी ही नहीं है। पूर्व मंत्री कमल पटेल द्वारा जिले में अवैध खनन का मुद्दा उठाए जाने पर आरोपों से घिरे तत्कालीन खनिज अधिकारी मुमताज खान का तबादला होने के बाद से शासन ने अधिकारी की पदस्थापना तो की, लेकिन चार्ज किसी ने नहीं लिया। यह प्रभार कभी डिप्टी कलेक्टर तो कभी अपर कलेक्टर के पास रहा। फिलहाल अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले विभाग के प्रभारी अधिकारी हैं। वहीं कार्रवाई का जिम्मा केवल निरीक्षक के हवाले है।
नौ महीने में 12५ प्रकरण दर्ज
खनिज विभाग ने बीते 9 महीने में अवैध परिवहन के १२५ प्रकरण दर्ज किए। इनमें से ११५ को न्यायालय में प्रस्तुत करने पर २२ लाख १४ हजार ९९३ रुपए जुर्माना हुआ। वहीं इस अवधि में अवैध खनन के १३ प्रकरण ही दर्ज हुए।
मुखबिर तंत्र सक्रिय, कार्रवाई से पहले पहुंचती है सूचना
सूत्रों के मुताबिक रेत के अवैध खनन और परिवहन से जुड़े लोगों का मुखबिर तंत्र खासा सक्रिय है। विभाग के अमले के कार्रवाई के लिए निकलने से पहले ही संबंधितों तक यह खबर पहुंच जाती है। लिहाजा अमले के पहुंचने तक वहां ऐसा कुछ नहीं मिलता जिसे पकडऩे वे जाते हैं। विभाग का अमला दबी जुबान में यह बात स्वीकार भी कर चुका है।
जिले में रेत खनन के लिए यह हैं खदानें
संचालित
खदान रकबा (हेक्टेयर) नदी
– हंडिया २० नर्मदा
– मनोहरपुरा १० नर्मदा
– उंचान २२ नर्मदा
– छीपानेर १५ नर्मदा
– लछौरा १० नर्मदा
– गोला अ ८ नर्मदा
– गोला ब ६ नर्मदा
– मालपोन ६ नर्मदा
असंचालित
– खेड़ीनीमा अ १३ नर्मदा
– खेड़ीनीमा ब १४ नर्मदा
– सीगोन २१ नर्मदा
– लछौरा १५ नर्मदा
– साल्याखेड़ी १० नर्मदा
– बघवाड़ १६ गंजाल
– छिदगांव मेल ८ गंजाल
इनका कहना है
चेक पोस्ट चालू रखने के आदेश ३१ दिसंबर तक के थे। इसके बाद नए आदेश नहीं मिले। फिलहाल दोनों चेक पोस्ट बंद है। विभाग की टीम लगातार भ्रमण कर अवैध खनन व परिवहन को रोकने के लिए कार्रवाई कर रही है। इस काम में राजस्व व पुलिस अमले की भी मदद ली जाती है।
– अर्चना ताम्रकार, खनिज निरीक्षक हरदा