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हरदा

सरकारी स्कूलों की जमीनों पर सालों से कब्जा

शासकीय प्राथमिक शाला शुक्रवारा और कांकरिया गांव की प्राथमिक शाला की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए घर

हरदाOct 27, 2017 / 06:56 pm

sanjeev dubey

School encroachment

School encroachment

हरदा. शहर की सरकारी स्कूलों के आसपास रहने वाले लोगों के द्वारा लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे बच्चों को खेलने की भी जगह नहीं बची है। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायतें करने के बावजूद प्रशासन और शिक्षा विभाग ने अब तक कार्रवाईनहीं की है। पत्रिका ने शहर की शासकीय प्राथमिक शाला शुक्रवारा और कांकरिया गांव की प्राथमिक शाला में हुए कब्जे को स्कैन किया।
शिकायतों पर असर नहीं
वार्ड १४ डॉ. भीमराव अंबेडकर वार्ड के अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक शाला शुक्रवारा का भवन करीब सौ ***** पुराना हो गया है। एक ओर जहां बच्चे जान-जोखिम में डालकर पढ़ाईकर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आसपास के लोगों के द्वारा स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण किया जा रहा है। इस स्कूल के खेल मैदान के सामने तथा मध्यान्ह भोजन कक्ष के बाजू से एक व्यक्ति ने स्कूल की जमीन पर कब्जा करके दीवार बना ली है, जिससे हैंडपंप के पानी के निकासी बंद हो गईहै।वहीं बच्चों एवं मध्यान्ह बनाने वालीं समूह की महिलाओं को परेशानियां हो रही हैं। इस संबंध में स्कूल प्रबंधन द्वारा शिकायत करने के बावजूद ध्यान नहीं दिया गया।
गोबर की दुर्गंध से परेशान बच्चे
शुक्रवारा स्कूल के पिछले हिस्से में रहने वाले एक व्यक्ति गौशाला बना रखी। उसके द्वारा मवेशियों के गोबर को स्कूल कक्ष के बाजू से ही फेंका जा रहा है। इसके अलावा दूसरे व्यक्ति के शौचालय के सेप्टिक टैंक का पानी भरा हुआ है।दोनों जगहों की दुर्गंध से बच्चे कमरों में मुहं पर कपड़ा रखकर बैठते हैं। बच्चों ने बताया कि कमरे में दुर्गंध के साथ ही मच्छर इतने हैं कि बैठना मुश्किल हो गया है। नगर पालिका, शिक्षा विभाग और प्रशासन से कई बार शिकायतों के बाद गंदगी से बच्चों को निजात नहीं मिली।
दीवार फांदकर घुसते हैं असामाजिक तत्व
शिक्षकों ने बताया कि पूरा भवन जर्जर हालत में है। दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें हो गई हैं, वहीं फर्श भी पूरी तरह से खराब हो गया है। कमरों और बरामदों में फर्शियां लगी हुई हैं, जिनमें दरारें होने से उखड़ रही हैं। कमरों में बच्चों को बैठने में परेशानियां हो रही हैं। कवेलू भी खराब हो गए हैं, जो कभी भी गिर जाते हैं। असामाजिक तत्व रात्रि में दीवार फांदकर अंदर घुसते हैं। उनके द्वारा दरवाजों को तोड़कर शराब पीना और पत्ते खेले जाते हैं। कईदरवाजों की साकल ही तोड़कर ले गए। पुलिस में आवेदन देने पर कोईकार्रवाई नहीं हुई।
स्कूल के खेल के मैदान पर किया कब्जा
फोटो कैप्शन : एचआर २७०५ कांकरिया की प्राथमिक शाला से लगी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने से बच्चों के लिए खेल मैदान नहीं बचा।
करीबी गांव कांकरिया की प्राथमिक शाला से लगकर एक एकड़ जमीन है। जहां पर बच्चे खेलते थे, किंतु आसपास के रहवासियों ने इस जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है, जिससे बच्चों को खेल का मैदान नहीं बचा है। ग्रामीणों ने बताया कि लोगों ने स्कूल की जमीन पर कब्जा करने के साथ ही उस पर निर्माण कराया जा रहा है। शाला में खेल मैदान नहीं होने से बच्चों को खेल गतिविधियों से वंचित रहना पड़ रहा है। जबकि अन्य गांवों की स्कूलों में मैदान होने से प्रतियोगिताएं होती रहती हैं। बच्चों के पालकों द्वारा जिला प्रशासन से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन अभी तक इन अतिक्रमणकारियों से जमीन को मुक्त नहीं कराया गया।
इनका कहना है
मैं कल ही शासकीय प्राथमिक शुक्रवारा और कांकरिया की स्कूलों का निरीक्षण करवाता हूं। सरकारी जमीन पर यदि अतिक्रमण किया गया है तो तहसीलदार को बताकर हटवाया जाएगा। स्कूल के बाजू से गोबर व गंदगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आरएस तिवारी, डीपीसी, जिला शिक्षा केंद्र, हरदा

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