वाहन में थे मवेशी
रितेश के भाई रवि केवट ने बताया कि वाहन में मवेशी थे। जिन्हें लेकर वह जा रहा था। रितेश आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी मौत मारपीट से हुई है। पुलिस द्वारा मामले को दबाया जा रहा है।
रितेश के भाई रवि केवट ने बताया कि वाहन में मवेशी थे। जिन्हें लेकर वह जा रहा था। रितेश आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी मौत मारपीट से हुई है। पुलिस द्वारा मामले को दबाया जा रहा है।
परिजनों को 25 हजार की आर्थिक सहायता
शनिवार को रितेश के पिता पूनमचंद को मुख्यमंत्री असंगठित मजदूर संबल योजना के अंतर्गत अंत्येष्टि के लिए 25 हजार रुपए की सहायता दी गई। इस दौरान प्रवीण वर्मा, नसीम, अनुशासन तिवारी आदि मौजूद रहे। सचिव कैलाश योगी ने बताया कि अन्य सहायता राशि भी जल्दी दिलाई जाएगी।
शनिवार को रितेश के पिता पूनमचंद को मुख्यमंत्री असंगठित मजदूर संबल योजना के अंतर्गत अंत्येष्टि के लिए 25 हजार रुपए की सहायता दी गई। इस दौरान प्रवीण वर्मा, नसीम, अनुशासन तिवारी आदि मौजूद रहे। सचिव कैलाश योगी ने बताया कि अन्य सहायता राशि भी जल्दी दिलाई जाएगी।
इनका कहना है
पुलिस जब वाहन दुर्घटनास्थल पर पहुंची तो वहां कोई नहीं था। वाहन तथा उसमें सवार दो मवेशी जब्त किए गए थे। बाइक चालक की शिकायत पर दुर्घटना का प्रकरण दर्ज किया गया था। बाद में पता चला कि रेलवे ट्रैक पर जो शव मिला वह पिकअप चालक का था। पुलिस इस तथ्य की जांच करेगी कि रितेश ट्रैक तक किन परिस्थितियों में गुजरा।
– राजेश साहू, टीआई, छीपावड़ थाना
पुलिस जब वाहन दुर्घटनास्थल पर पहुंची तो वहां कोई नहीं था। वाहन तथा उसमें सवार दो मवेशी जब्त किए गए थे। बाइक चालक की शिकायत पर दुर्घटना का प्रकरण दर्ज किया गया था। बाद में पता चला कि रेलवे ट्रैक पर जो शव मिला वह पिकअप चालक का था। पुलिस इस तथ्य की जांच करेगी कि रितेश ट्रैक तक किन परिस्थितियों में गुजरा।
– राजेश साहू, टीआई, छीपावड़ थाना