नगर पालिका द्वारा बिरजाखेड़ी पंप हाउस के सामने खाली पड़ी जमीन को फिल्टर प्लांट बनाने के लिए चिन्हित किया था। यहां पर लगभग १ करोड़ की लागत से प्लांट बनाया जाना प्रस्तावित किया था। भोपाल के अधिकारियों द्वारा प्लांटनिर्माण स्थल का निरीक्षण कर कार्यकी सहमति दी थी। भोपाल से इस कार्य की तकनीकी स्वीकृति भी मिली थी, किंतु बाद में इस तरफध्यान नहीं दिए जाने से मामला अधर में लटका हुआ है।
इसके अलावा पंप हाउस के सामने अजनाल नदी पर 6 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से स्टॉपडैम बनाने की योजना तैयार की थी। साथ ही इसके उपर रपटा बनाया जाना था, ताकि ग्राम बिरजाखेड़ी के लोगों को आने-जाने की सुविधा मिल सके। वहीं इस क्षेत्र को पिकनिट स्पॉट के रूप में संवारने का प्लान था। उक्त दोनों ही कार्यों को कराने के लिए भोपाल से तकनीकी स्वीकृति भी मिली थी। किंतु आज दोनों ही योजनाएं पूरी नहीं हो पाई हैं।
ब्रिटिश शासन काल में बिरजाखेड़ी पंप हाउस से पानी सप्लाई की व्यवस्था की गई थी। अंग्रेजों ने अजनाल नदी में तीन कुएं बनाए हैं। जिनमें से पानी छनकर बिरजाखेड़ी के ऊपर बने कुएं में जमीन के अंदर से स्टोरेज होता है। कुएं के ऊपर एक बॉक्स बनाया गया है। इसमें भरे हुए पानी में नगर पालिका कर्मचारी पोटाश डालते हैं। जो धार के रूप में कुएं में गिरता है। इसी पानी को शहर के टंकी मोहल्ले स्थित पेयजल टंकी को भरने के लिए सप्लाई किया जाता है।
पंप हाउस का यह पानी शहर के खेड़ीपुरा, मानपुरा, इमलीपुरा, कुलहरदा, रेलवे डबल फाटक क्षेत्र सहित अन्य जगहों पर यह पानी पहुंचाया जाता है। टंकी से करीब 1४ हजार लोगों को बिना मशीनों के फिल्टर किया हुआ पानी सप्लाई हो रहा है। फिल्टर प्लांट नहीं होने से बारिश के दिनों में जहां मटमैला पानी मिलता है। वहीं गर्मी के मौसम में नदी सूखने पर सप्लाई होने वाला पानी ठीक नहीं रहता है। इन समस्याओं को देखते हुए नगर पालिका ने फिल्टर प्लांट बनाने की तैयारी की थी। किंतु शासन के पास इसकी फाइल अटकी पड़ी हुई है।
बिरजाखेड़ी पंप हाउस के नीचे स्थित अजनाल नदी में हर साल गर्मी के दिनों में पानी सूख जाता है। इसके कारण पानी सप्लाई प्रभावित हो जाती है। नगर पालिका को जेसीबी से नदी में खुदाईकरके कुओं तक पानी की धार पहुंचाई जाती है, किंतु इसके बावजूद पानी का कुएं में स्टोरेज नहीं हो पाता है। नियमित पानी की सप्लाईनहीं से पानी की किल्लत होती है। इसे देखते हुए नगर पालिका ने अजनाल नदी में स्टॉपडैम बनाने की योजना बनाई थी, ताकि स्टॉपडैम से पानी संग्रहित रह सके और गर्मी में पानी सप्लाई में दिक्कतें नहीं आए। साथ ही नदी के तटों पर घाट का निर्माण और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करना भी योजना शामिल है।
अजनाल नदी पर स्टॉपडैम और फिल्टर प्लांट बनाने को लेकर अभी तक भोपाल सेे तकनीकी स्वीकृति नहीं मिली है। इसलिए आगे की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है। यदि स्वीकृति मिलती है तो टेंडर लगा दिए जाएंगे।
एसके बोहरे, उपयंत्री, नगर पालिका, हरदा