सूखा गया सावन, न सेवरे पड़े ना ही झमाझम बारिश हुई
हरदाPublished: Aug 02, 2020 09:42:25 pm
बीते सावन से इस बार 11.59 इंच कम हुई औसत बारिश, चिलचिलाती धूप ने गर्मी और उमस बढ़ाई, लोग बेहाल- खरीफ फसल की बढ़त पर भी हो रहा असर, किसान सिंचाई की तैयारी में
सूखा गया सावन, न सेवरे पड़े ना ही झमाझम बारिश हुई
हरदा। इस बार का सावन सूखा ही चला गया। न ही सावन के सेवरों ने वातावरण का खुशनुमा बनाया ना ही झमाझम बारिश हुई। यहां तक की नदी-नालों की धार वापस सिमटने लगी। रोज सुबह से खिल रही तेज धूप से लोग बेहाल हैं। उमस और गर्मी ने बगैर कूलर, पंखा और एसी चलाए पल भर बैठना मुश्किल कर दिया है। खरीफ की फसलों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पडऩे लगा है। लगातार और तेज बारिश न होने से खेतों में नमी कम होते जा रही है। खरीफ की मुख्य फसल सोयाबीन को सिंचाई की बेहद जरुरत है। इसकी कमी से फसल की बढ़त पर असर होने लगा है। चिंतित किसान नदी-नालों और कुओं से फसल की सिंचाई की तैयारी में हैं। कुछ लोगों ने यह कार्य पहले ही कर लिया तो बचे अब सिंचाई शुरू करने वाले हैं।
466.4 मिमी बारिश हुई थी बीते सावन में, इस बार केवल 172 मिमी औसत बारिश
इस वर्ष सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हुई थी। तब तक (1 जून से 4 जुलाई तक) 264.1 मिमी औसत बारिश हो चुकी थी। सावन का समापन 3 अगस्त को हो रहा है। इस अवधि तक (4 जुलाई से 31 जुलाई) 436.1 मिमी ही औसत वर्षा हुई। 31 जुलाई के बाद से बारिश नहीं हुई। यानि सावन के महीने में 172 मिमी औसत बारिश ही हुई। यह 6.77 इंच है। इसके उलट बीते साल सावन की शुरुआत 16 जुलाई से हुई थी। तब तक (1 जून से 16 जुलाई २०१९ तक) जिले में ३०२.५ मिमी औसत बारिश हुई थी। वहीं बीते साल सावन का समापन 16 अगस्त को हुआ था। तब तक (1 जून से 16 अगस्त 2019 तक) 768.9 मिमी औसत बारिश हो चुकी थी। यानि बीते साल सावन में 466.4 मिमी औसत बारिश हुई। बीते सावन की अपेक्षा इस बार सावन में 294.4 मिमी (11.59 इंच) कम औसत बारिश हुई।
हरदा में अब तक सबसे ज्यादा बारिश हुई
जिले में इस वर्ष 1 जून से अब तक 436.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष की इसी अवधि की औसत वर्षा 536.9 मिमी है। अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि अभी तक हरदा में 459.5 (गत वर्ष 476.1 मिमी), टिमरनी में 443.8 (गत वर्ष 633.6 मिमी) व खिरकिया में 405.2 मिमी (गत वर्ष 501.2 मिमी) वर्षा दर्ज की गई है। जिले की सामान्य वर्षा 1261.7 मिमी है।
टोने टोटके : मेंढक-मेंढकी का ब्याह रचाया
हंडिया। बारिश के लिए किसान वर्ग ईश वंदना के साथ ही टोने-टोटके भी कर रहा है। रविवार शाम को डुमलाय गांव में किसानों ने अच्छी बारिश की कामना के साथ मेंढक-मेंढकी का ब्याह रचाया। ग्रामीण बनवारी तिवारी, सत्यनारायण, अतुल तिवार, आकाश, गणेश, प्रेमनारायण आदि ने बताया कि इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए यह टोटका किया गया।