scriptदो माह में एक दिन भी नहीं लगी फिजिक्स, केमेस्ट्री, अंग्रेजी की क्लास | The school does not take even one day in two months | Patrika News

दो माह में एक दिन भी नहीं लगी फिजिक्स, केमेस्ट्री, अंग्रेजी की क्लास

locationहरदाPublished: Sep 04, 2018 01:06:01 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

वर्ग-२ अध्यापक के भरोसे बालागांव संकुल केन्द्र ,अध्यापकों पर पढ़ाई के साथ संकुल के काम का बोझ

The school does not take even one day in two months

दो माह में एक दिन भी नहीं लगी फिजिक्स, केमेस्ट्री, अंग्रेजी की क्लास

बालागांव . संकुल केंद्र शासकीय हाइस्कूल बालागांव का इसी वर्ष हायर सेकंडरी में उन्नयन हुआ है। संकुल केंद्र के अंतर्गत 43 शासकीय स्कूल एवं 15 अशासकीय स्कूल संचालित है। शिक्षा विभाग ने संकुल केन्द्र का प्रभार वर्ग 2 के अध्यापक के जिम्में सौंप रखा है। जिससे शिक्षक व्यस्तता के चलते बच्चों की पढ़ाई में पूरा समय नहीं दे पाते है। त्रैमासिक परीक्षा नजदीक आ रही है लेकिन बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक विभाग द्वारा वर्ग 2 में चयनित शिक्षक बसंत वैष्णव की नियुक्ति शासकीय हाइस्कूल बालागांव में गणित विषय के लिए हुई थी। जिन्हें विभाग द्वारा पढ़ाने के साथ साथ संकुल का प्रभार भी सौंप दिया। वैष्णव को कक्षा 9वीं से 11 वीं तक की कक्षाओं की गणित विषय की जिम्मेदारी दे दी गई। संकुल का सम्पूर्ण प्रभार भी उनके ही भरोसे है। जिसका सीधा खामियाजा बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है।
दो माह में कई विषयों को एक भी नहीं लगे कालखंड-
अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन नियुक्ति में नियमों के कारण परेशानिया आ रही है। इससे दो माह में कई विषयों के एक भी कालखण्ड नहीं लग सके है। विभाग द्वारा पूर्व में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति आफलाइन की जाती थी। जिससे शाला संचालन में समय पर अतिथि उपलब्ध हो जाते थे। जिससे बच्चों की पढ़ाई नियमित होती थी। लेकिन इस वर्ष भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होने से केवल पंजिकृत, स्कोर कार्डधारी अतिथि शिक्षक की ही नियुक्त हो रही है। जिनकी संख्या कम है। ऐसे में जिन अतिथियों के पंजीयन नहीं हो पाए है और वे योग्यता रखते है बाबजूद इसके शिक्षण कार्य नहीं कर पा रहे है। हायर सेकेंडरी स्कूल बालागांव में गणित संकाय में दो माह बीतने के बाद भी अभी तक केमेस्ट्री, फिजिक्स एवं अंग्रेजी विषय का एक भी कालखंड नहीं लगे है। जबकि 10 सितंबर से त्रैमासिक परीक्षा प्रारंभ होगी। ऐसे 7 दिन बाद जब बच्चों के हाथ में इन विषयों का पर्चा आएगा तो वे क्या लिखेंगे। ग्र्रामीण अंचल होने के कारण बच्चों को किसी अन्य जगह कोचिंग की भी व्यवस्था नहीं है। जिसका प्रभाव वार्षिक परीक्षा परिणाम पर दिखाई देगा।। इस कारण छुट्टियों में शाला में पदस्थ शिक्षक एवं संकुल प्राचार्य बसंत वैष्णव स्वयं अतिरिक्त कक्षा लगाकर पढाई करा रहे है।
इनका कहना है-
अंतर्निकाय संविलियन में कई शिक्षकों का स्थानांनतरण होने से समस्या आ रही है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का द्वितीय चरण जल्द ही प्रारंभ होने वाला है। जिससे समस्या का समाधान होगा। विभागीय निर्देश मिलने पर उचित व्यवस्था की जाएगी।
सीएल टैगोर, जिला शिक्षा अधिकारी, हरदा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो