दो माह में कई विषयों को एक भी नहीं लगे कालखंड-
अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन नियुक्ति में नियमों के कारण परेशानिया आ रही है। इससे दो माह में कई विषयों के एक भी कालखण्ड नहीं लग सके है। विभाग द्वारा पूर्व में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति आफलाइन की जाती थी। जिससे शाला संचालन में समय पर अतिथि उपलब्ध हो जाते थे। जिससे बच्चों की पढ़ाई नियमित होती थी। लेकिन इस वर्ष भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होने से केवल पंजिकृत, स्कोर कार्डधारी अतिथि शिक्षक की ही नियुक्त हो रही है। जिनकी संख्या कम है। ऐसे में जिन अतिथियों के पंजीयन नहीं हो पाए है और वे योग्यता रखते है बाबजूद इसके शिक्षण कार्य नहीं कर पा रहे है। हायर सेकेंडरी स्कूल बालागांव में गणित संकाय में दो माह बीतने के बाद भी अभी तक केमेस्ट्री, फिजिक्स एवं अंग्रेजी विषय का एक भी कालखंड नहीं लगे है। जबकि 10 सितंबर से त्रैमासिक परीक्षा प्रारंभ होगी। ऐसे 7 दिन बाद जब बच्चों के हाथ में इन विषयों का पर्चा आएगा तो वे क्या लिखेंगे। ग्र्रामीण अंचल होने के कारण बच्चों को किसी अन्य जगह कोचिंग की भी व्यवस्था नहीं है। जिसका प्रभाव वार्षिक परीक्षा परिणाम पर दिखाई देगा।। इस कारण छुट्टियों में शाला में पदस्थ शिक्षक एवं संकुल प्राचार्य बसंत वैष्णव स्वयं अतिरिक्त कक्षा लगाकर पढाई करा रहे है।
अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन नियुक्ति में नियमों के कारण परेशानिया आ रही है। इससे दो माह में कई विषयों के एक भी कालखण्ड नहीं लग सके है। विभाग द्वारा पूर्व में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति आफलाइन की जाती थी। जिससे शाला संचालन में समय पर अतिथि उपलब्ध हो जाते थे। जिससे बच्चों की पढ़ाई नियमित होती थी। लेकिन इस वर्ष भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन होने से केवल पंजिकृत, स्कोर कार्डधारी अतिथि शिक्षक की ही नियुक्त हो रही है। जिनकी संख्या कम है। ऐसे में जिन अतिथियों के पंजीयन नहीं हो पाए है और वे योग्यता रखते है बाबजूद इसके शिक्षण कार्य नहीं कर पा रहे है। हायर सेकेंडरी स्कूल बालागांव में गणित संकाय में दो माह बीतने के बाद भी अभी तक केमेस्ट्री, फिजिक्स एवं अंग्रेजी विषय का एक भी कालखंड नहीं लगे है। जबकि 10 सितंबर से त्रैमासिक परीक्षा प्रारंभ होगी। ऐसे 7 दिन बाद जब बच्चों के हाथ में इन विषयों का पर्चा आएगा तो वे क्या लिखेंगे। ग्र्रामीण अंचल होने के कारण बच्चों को किसी अन्य जगह कोचिंग की भी व्यवस्था नहीं है। जिसका प्रभाव वार्षिक परीक्षा परिणाम पर दिखाई देगा।। इस कारण छुट्टियों में शाला में पदस्थ शिक्षक एवं संकुल प्राचार्य बसंत वैष्णव स्वयं अतिरिक्त कक्षा लगाकर पढाई करा रहे है।
इनका कहना है-
अंतर्निकाय संविलियन में कई शिक्षकों का स्थानांनतरण होने से समस्या आ रही है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का द्वितीय चरण जल्द ही प्रारंभ होने वाला है। जिससे समस्या का समाधान होगा। विभागीय निर्देश मिलने पर उचित व्यवस्था की जाएगी।
सीएल टैगोर, जिला शिक्षा अधिकारी, हरदा
अंतर्निकाय संविलियन में कई शिक्षकों का स्थानांनतरण होने से समस्या आ रही है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का द्वितीय चरण जल्द ही प्रारंभ होने वाला है। जिससे समस्या का समाधान होगा। विभागीय निर्देश मिलने पर उचित व्यवस्था की जाएगी।
सीएल टैगोर, जिला शिक्षा अधिकारी, हरदा