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प्रभारी मंत्री ने राजस्व निरीक्षक को फोन पर कहा- दो दिन में मिल जाएगी नलकूप खनन की अनुमति

locationहरदाPublished: Jul 12, 2019 11:21:29 pm

Submitted by:

sanjeev dubey

भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी डॉक्टर बिना अनुमति करा रहे थे नलकूप खनन

Unauthorized mining for building hospital

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हरदा. प्रशासन के दल ने गुरुवार रात शहर की शिवम वाटिका से एक बोरिंग मशीन जब्त कर प्रकरण दर्ज किया। प्लाट से जब्ती की कार्रवाई के दौरान भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के पदाधिकारी डॉ. विशाल सिंह बघेल ने प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा को मोबाइल पर कॉल कर राजस्व निरीक्षक पंकज खत्री से बात कराई। मंत्री ने खत्री से कहा कि दो दिन में अनुमति मिल जाएगी। बावजूद मशीन जब्त कर तहसील कार्यालय में खड़ी करा दी गई। डॉ. बघेल बिना अनुमति लिए नलकूप खनन कर रहे थे। कार्रवाई होने पर उसे रोकने के लिए उन्होंने मौके से ही मंत्री शर्मा को फोन लगाकर राजस्व निरीक्षक से बात करा दी।
राजस्व निरीक्षक पाल के मुताबिक प्रभारी मंत्री ने उनसे कहा कि अनुमति जल्द ही मिल जाएगी। हालांकि डॉ. बघेल ने प्रभारी मंत्री की राजस्व निरीक्षक से चर्चा कराने की बात से इंकार करते हुए कहा कि प्लाट पर हॉस्पिटल निर्माण के लिए नलकूप खनन कराना था। अनुमति के लिए 2 महीने पहले आवेदन दिया था। कार्रवाई के दौरान उन्होंने राजस्व दल को बताया था कि प्रभारी मंत्री ने कहा है कि जल्द ही अनुमति जारी हो जाएगी। इधर, नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान ने मशीन की जब्ती संबंधी बातें बताते हुए प्रभारी मंत्री के कॉल संबंधी जानकारी से इंकार किया।
पांच दिन में १४०० लोग बुखार और उल्टी-दस्त से पीडि़त
हरदा. गत 1 से 5 जुलाई तक लगातार बारिश हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया था, किंतु जैसे ही बरसात बंद हुई तो गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है। प्रतिदिन तापमान अधिकतम ३३ और न्यूनतम २५ डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। इसके चलते लोग बुखार और उल्टी-दस्त के शिकार हो रहे हैं। जिला अस्पताल में पिछले पांच दिनों के अंदर लगभग १४०० लोग उक्त बीमारियों का इलाज कराने के लिए पहुंचे। इनमें से कईलोगों को डॉक्टरों ने भर्तीकराया है। अस्पताल के महिला, पुरुष और चाइल्डवार्ड रोगियों से भरे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि रोजाना तेज धूप निकलने से गर्मी और उमस बनी हुई है। इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। लोग उल्टी-दस्त और बुखार से ग्रसित हो रहे हैं। सुबह और शाम को अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लाइनें दिखाई दे रही हैं। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन करीब ३५० लोग इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। पांच दिनों में बुखार के ७००, उल्टी-दस्त के ५०० तथा सर्दी-खांसी के २०० रोगियों ने इलाज करवाया है। इनमें से कईमरीज आज भी वार्डों में भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। वार्डों में लगातार मरीजों की संख्या बढऩे से पलंगों की कमी हो रही है। ऐसी स्थिति में नए रोगियों को जमीन पर बेड देकर भर्ती किया जा रहा है। इनका कहना है
अचानक बारिश बंद होने पर गर्मी और उमस के कारण बुखार का वायरस सक्रिय हो गया है। इसलिए अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लोगों को मौसमी बीमारियों से बचने के लिए साफ पानी, होटल की खुली खाद्य सामग्रियां खाने से बचना चाहिए। रोगियों को देखते हुए अस्पताल में दवाओं का स्टॉक कर लिया गया है।
डॉ. मनीष शर्मा, चिकित्साधिकारी, जिला अस्पताल, हरदा

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