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अधूरे पड़े 3 करोड़ के रेलवे अंडरब्रिज

locationहरदाPublished: Oct 21, 2018 11:27:48 am

Submitted by:

sanjeev dubey

निर्माण एजेंसियों ने नहीं किए पानी निकासी के इंतजाम, अंडरब्रिजों में भरा है बारिश का पानी, ग्रामीणों को नहीं मिल रही आवागमन की सुविधा

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अधूरे पड़े 3 करोड़ के रेलवे अंडरब्रिज

हरदा. केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक देश के रेलवे गेटों को बंद कर उनकी जगह अंडरब्रिज या ओवरब्रिज से ट्रैफिक निकालने की योजना बनाई है। इसके तहत पूरे देश में गांवों से जुड़े रेलवे फाटकों के पास रेल पटरी के नीचे से अंडरब्रिजों का निर्माण करवाया जा रहा है, ताकि चौबीस घंटे आवागमन जारी रह सके। हरदा रेलवे सेक्शन के अंतर्गत आने वाले मसनगांव और चारखेड़ा रेलवे स्टेशनों के पास सात महीने पहले करोड़ों की लागत से अंडरब्रिज का निर्माण कराया गया था, किंतु निर्माण एजेंसी ने इसमें ना तो बारिश के पानी के निकासी व्यवस्था की गई और ना ही सड़क बनाईगई। अंडरब्रिजों में बारिश का पानी भरा हुआ है, वहीं चार महीने से काम भी बंद पड़े हुए हैं। रेलवे अधिकारियों की अनदेखी के कारण ग्रामीणों को समय पर आवागमन की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
यहां अधूरे पड़े अंडरब्रिज, कोईनहीं ले रहा सुध
इस साल मार्चमहीने में गांव चारखेड़ा-टिमरनी के बीच में स्थित रेलवे गेट क्रमांक २०७ के पास और भिरंगी-मसनगांव के मध्य रेलवे गेट क्रमांक २०० से लगभग 300 मीटर की दूरी पर रेलवे प्रशासन ने करीब 1.5-1.5 करोड़ की लागत से अंडरब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। दोनों जगहों पर रेलवे लाइन के नीचे जेसीबी मशीन से खुदाईकरके उनके नीचे 11-11 सीमेंट के बॉक्स
लगाए गए थे। किंतु इसे बनाने के बाद पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई।जुलाईमाह में बारिश के दौरान अंडरब्रिजों में पानी भर गया था, जो आज भी उसी स्थिति में है। पानी के लिए नालियों का निर्माण नहीं कराए जाने से करीब चार महीने से काम बंद पड़ा हुआ है। जबकि इस साल कम बारिश होने से काफी समय सूखा मौसम रहा, किंतु इसके बावजूद अधिकारियों ने अंडरब्रिजों का काम पूरा कराने की सुध नहीं ली।
खेतों और गांवों तक पहुंचेंगे किसान, ग्रामीण
चारखेड़ा और टिमरनी के किसानों को रेलवे गेट बंद रहने से काफी परेशानियां होती थीं। वहीं बारिश के मौसम में कीचड़ के कारण किसान खेत तक नहीं पहुंच पा रहे थे। इसी को देखते हुए रेलवे ने चारखेड़ा-टिमरनी के बीच में स्थित रेलवे गेट से कुछ दूरी पर अंडरब्रिज तैयार किया गया। इसी तरह सिराली और मसनगांव सहित अन्य गांवों के लोगों को रेलवे फाटक से ही आवागमन करना पड़ रहा है। यह गेट भी ट्रेनों की आवाजाही में घंटों बंद रहता है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतें होती हैं। भिरंगी-मसनगांव के बीच भी रेलवे ने अंडरब्रिज ब्लाक डालकर बना दिया गया है, किंतु सड़क नहीं बनाने से ग्रामीणों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। चारखेड़ा के अंडरब्रिज का लाभ सबसे ज्यादा किसानों को मिलेगा। जबकि मसनगांव का अंडरब्रिज सैकड़ों गांवों के ग्रमीणों और हरदा के लोगों के लिए आवागमन का बेहतर साधन रहेगा।
अंडरब्रिज से निकल सकेंगे ट्रक और बसें
रेलवे प्रशासन ने अंडरब्रिजों का निर्माण छोटे और बड़े वाहनों के हिसाब से बनवाया है, ताकि कोईभी वाहन आवागमन नहीं रूक सके। अंडरब्रिज की चौड़ाई ५ मीटर और उंचाई साढ़े ४ मीटर रखी जाएगी यानि १६ और १४ फीट रहेगी। इसमें से मोटर साइकिल, कार, ट्रक, बस के अलावा हार्वेस्टर का उपरी हिस्सा खोलकर उसे भी आसानी से निकाल सकेंगे। किंतु निर्माण एजेंसी द्वारा दोनों जगहों के कामों को अधूरा छोड़ दिया गया है। यदि गत महीनों में सड़क का निर्माण करा दिया जाता तो ग्रामीणों का आवागमन शुरूहो जाता। अंडरब्रिज चालू होने के बाद दोनों जगहों के रेलवे फाटकों को स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा।
डीजल इंजन से निकाल रहे हैं पानी
रेलवे अंडरब्रिजों में बारिश का पानी भर गया है, जिसे निकालने के लिए डीजल इंजन का सहारा लिया जा रहा है।जबकि ब्रिज तैयार करने के साथ ही पानी निकासी के लिए नालियों का निर्माण या पाइप डलवा दिए जाते तो पानी नहीं भरता। जबकि मगरधा रेलवे अंडरब्रिज में नाली नहीं बनाने के कारण बारिश में दो दिनों तक आवागमन बंद रहा था।इसे देखने पर भी अधिकारियों ने अंडरब्रिज बनाते समय पानी निकासी का इंतजाम नहीं करवाया। अब नए अंडरब्रिजों में जमा पानी को डीजल इंजन से निकाला जा रहा है।
इनका कहना है
रेलवे प्रशासन द्वारा चारखेड़ा-टिमरनी के बीच और मसनगांव-भिरंगी के मध्य अंडरब्रिज बनवाए हैं। बारिश के कारण काम बंद हो गया था। दोनों जगहों पर सड़क और निर्माण करवाया जाएगा। संभवत: सोमवार से काम शुरू हो जाएगा।
केके महाजन, रेलवे सीनियर सेक्शन इंजीनियर, हरदा
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