सीएम ने कहा कि प्रदेश में अब कोई भी गरीब बिना जमीन के टुकड़े के नहीं रहेगा। हर गरीब को जमीन का मालिक बनाया जाएगा। उसे पट्टा देकर कानूनी रूप से जमीन का मालिक बनाया जाएगा। उस जमीन पर आवास बनाकर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी शहर में शासकीय जमीन नहीं है तो मल्टी स्टोरी भवन बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे। अगलेे चार वर्षो में प्रदेश में ४० लाख आवास बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने समारोह में संजीवनी 108 का लोकार्पण किया। उन्होंने सिराली में नगर परिषद के गठन तथा रहटगांव व खिरकिया में सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की। टिमरनी विधानसभा क्षेत्र में 132 केवी विद्युत सब स्टेशन की मांग पर उन्होंने परीक्षण कराने को कहा। उन्होंने कहा कि मोरन एवं गंजाल परियोजना के लिए टैंडर जारी हो गए हंै।
सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के सही क्रियान्वयन के लिए हर ग्राम पंचायत एवं वार्ड में पांच-पांच लोगों की कमेटी बनाई जाएगी। इसका काम होगा कि वे गांव व वार्ड में किसी की मृत्यु, दुर्घटना आदि का पता लगाएगी। यदि कोई गड़बड़ी करेगा तो उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मजदूर पंजीयन कार्ड की जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्ड पर सभी सुविधाएं मिलेगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह ११.४५ बजे हेलिकॉप्टर से राधास्वामी स्कूल परिसर में बने हेलीपैड पर उतरे। यहां से वे बस स्टैंड होते हुए मंडी परिसर पहुंचे। जगह-जगह गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया।
तीन साल पहले खुले कॉलेज को छात्र नहीं मिल रहे, दो और नए खुलेंगे
हरदा। चुनावी साल में वाहवाही लूटने के लिए सरकार लोकलुभावनी घोषणाएं तो कर रही है, लेकिन क्रियान्वयन के बाद इनका फायदा कम और नुकसान ज्यादा नजर आ रहा है। उच्च शिक्षा विभाग ने तीन साल पहले टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के सिराली में कॉलेज शुरू कराया। निर्धारित सीट अनुसार प्रवेश नहीं होने के बावजूद यहां सालाना खर्च तो लग ही रहा है, क्षेत्र के आरक्षित श्रेणी के बच्चों के जिला मुख्यालय सहित अन्य शहरों में पढऩे के दौरान उन्हें आवास भत्ता भी देना पढ़ रहा है। शासन द्वारा एक छात्र को 15000 रुपए सालाना यह राशि दी जाती है। कस्बाई क्षेत्र के कॉलेज में पढ़ाई न करने के पीछे यहां फैकल्टी की कमी को प्रमुख कारण बताया जाता है। सिराली में खुले कॉलेज में प्राचार्य ही नियुक्त है। प्राध्यापक के सात पदों पर अतिथि विद्वान काम कर रहे हैं। वहीं यहां प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या भी खासी कम है। प्राचार्य असंता कुजुर के मुताबिक कला संकाय के तीनों वर्ष के 8 2 छात्र कॉलेज में अध्ययनरत हैं। निर्धारित सीट की संख्या पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 120 बच्चों को प्रवेश दिया जा सकता है। इस वर्ष से कॉमर्स संकाय में इतने ही बच्चों को प्रवेश देना है। दो दिन पहले तक इस संकाय में आठ बच्चों के आवेदन मिलने की जानकारी है। कला संकाय में प्रवेश लेने वाले बच्चों की संख्या वे नहीं बता सकीं। ज्ञात हो कि टिमरनी में बुधवार को आयोजित असंगठित श्रमिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के रहटगांव व हरदा विधानसभा क्षेत्र के खिरकिया में सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की है। फिलहाल यहां के विद्यार्थी टिमरनी व हरदा सहित अन्य शहरों के कॉलेजों में पढ़ते हैं।