नर्मदा की बाढ़ से प्रभावित जोगा गांव में पेयजल के लिए रोज जद्दोजहद करती हैं महिलाएं
हरदाPublished: Sep 27, 2020 09:51:38 pm
– गांव में लगा सरकारी हैण्डपंप खराब पड़ा, आधा किमी दूर खेत में लगे ट्यूबवेल से पानी ढोकर लाती हैं महिलाएं
नर्मदा की बाढ़ से प्रभावित जोगा गांव में पेयजल के लिए रोज जद्दोजहद करती हैं महिलाएं
हरदा। नर्मदा में बीते दिनों आई भीषण बाढ़ से किनारे पर बसे गांवों में जनजीवन पर खासा असर पड़ा था। प्रभावित परिवारों ने जैसे-तैसे अपनी गृहस्थी संभाली और जीवन पटरी पर लौटा। लेकिन उनकी समस्याएं पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुई। नर्मदा के किनारे बसे हंडिया तहसील के जोगा गांव लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां रहने वाली सोमबती बाई ने बताया कि गांव में एक ही सरकारी हैण्डपंप है। वह भी खराब पड़ा है। इसके चलते उनके सहित अन्य महिलाओं को करीब आधा किमी दूर स्थित खेत में लगे ट्यूबवेल से पानी लाना पड़ता है। महिलाएं, युवतियां और किशोरी बालिकाएं पानी के बर्तन रोज सिर पर ढोकर लाती हैं। इस दौरान उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बीमार और बुजुर्गों की दिक्कत तब ज्यादा रहती है, जब परिवार में अन्य कोई सदस्य यह काम करने के लिए नहीं रहता। ग्रामीणों ने पेयजल व्यवस्था सुधारने की मांग की है।
गांव में तीनों हैण्डपंप चालू हैं
इधर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एसके पंवार के मुताबिक गांव में लगे तीनों हैण्डपंप चालू हैं। पिछले दिनों उनमें क्लोरीनेशन भी किया था। हैण्डपंप खरा होंगे तो उन्हें सोमवार को सुधरवा दिया जाएगा।
स्थाई रूप से एक भी हैण्डपंप खराब नहीं
जिले में 4144 हैण्डपंप लगे हैं। साधारण खराबी के कारण इनमें से करीब 20 खराब हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का दावा है कि इनमें स्थाई रूप से खराब एक भी नहीं है। तकनीकी खराबी की सूचना मिलते ही विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर सुधार कार्य करती है।