खोल दिया अंग्रेजी का पेपर मामला हरदोई के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के चन्द्रकली स्कूल खारुदीनपुर का है। बोर्ड एग्जाम सेंटर इस स्कूल में हाईस्कूल की परीक्षा के लिए गत दिन निर्धारित समय पर हिंदीप्रश्न पत्र का लिफाफा खोला रहा था। लापरवाही के धोखे में हिंदी प्रश्नपत्र के साथ केअंग्रेजी प्रश्न पत्र का भी लिफाफा गलती से खुल गया और इसका एहसास होते ही केंद्र पर हड़कंप मच गया। आनन फानन में मामले की सूचना अधिकारियों को दी गई क्योंकि मामला लापरवाही से हिंदी के साथ अंग्रेजी प्रश्न पत्र खुल जाने का था जिसको लेकर कारवाई होने के डर से पहले मामले को दबाने प्रयास किया गया, लेकिन धीरे-धीरे खबरें जब मीडिया तक पहुंची तो अफसरों से सवाल जवाब शुरू हो गए और हरदोई में खलबली मच गई।
शुरू हुई कार्रवाई अफसरों ने आनन-फानन में अंग्रेजी प्रश्न पत्र को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार बदलवाने और लापरवाही के लिए संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का सिलसिला शुरु हुआ, जो कि देर रात तक जारी रहा। संबंधित केंद्र व्यवस्थापक सहित प्रश्न पत्र खुलने के दौरान मौजूद ड्यटी पर रहे तीन टीचरों पर FIR दर्ज करा दी। आपको बता दें बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने से पहले भी लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया था, जिसमें जिला मुख्यालय से एक एग्जाम सेंटर तक प्रश्नपत्र के बंडल पहुचने के बीच रहस्यमय ढंग से गुम हुए एक बंडल के मामले में 6 लोगों को जेल जाना पड़ा था और DIOS को निलंबित करने के साथ गुम हुए बंडल के प्रश्नपत्र बोर्ड ने सम्बंधित स्थानों के लिए बदलने की मशक्कत करनी पड़ी थी।
नकलविहीन परीक्षा से परेशान काले कारोबारी वहीं DM पुलकित खरे ने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित हो रही है। ध्यान रहे कि हरदोई में नकलविहीन एग्जाम के प्रयास पूरी तरह से सफल हो रहे हैं लेकिन लापरवाही के धोखे से अनावश्यक रूप से हरदोई को बदनामी का दंश लग रहा है। इसके पीछे किसी बड़ी साजिश या फिर बदनामी करने के षडयंत्र किये जाने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि हरदोई में पहली बार DM पुलकित खरे के विशेष प्रयासों ने नकल के काले कारोबार को ध्वस्त कर दिया गया है। जिसके कारण जिला प्रशासन काले कारोबारियों की आंखों में मिर्ची सा बन गया है।