हरदोई

किसान के बेटे ने रचा इतिहास, फीते पर लिख दिया पूरी श्रीमद्भागवत गीता

किसान के बेटे ने रचा इतिहास, फीते पर लिख दिया पूरी श्रीमद्भागवत गीता

हरदोईSep 01, 2018 / 02:06 pm

Ruchi Sharma

किसान के बेटे ने रचा इतिहास, फीते पर लिख दिया पूरी श्रीमद्भागवत गीता

हरदोई. कहते हैं कि मन में विश्वास और काम करने की ललक हो तो फिर शायद कोई भी काम असंभव नहीं होता और अनुशासन परिश्रम लगन साहस और विश्वास रूपी मंत्रों के जरिए हर काम संभव हो सकता है।
शायद कुछ इसी तरीके की सोच और विश्वास को लेकर जिले में एक बेहद साधारण किसान परिवार में जन्मे किसान के बेटे आर्यन सिंह ने इतिहास रच दिया है। जी हां एक किसान के कंप्यूटर इंजीनियर बेटे ने रिबन यानी फीते पर श्रीमद् भागवत कथा का लेखन कर सबके बीच सराहना और प्रशंसा पाई है।

कंप्यूटर में पॉलिटेक्निक डिप्लोमा करने के बाद कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की तैयारी कर रहे इस युवा कंप्यूटर इंजीनियर के मन में कुछ अलग करने की बात तब आई जब उसे बार-बार कई स्तर पर कठिनाइयों का सामना करने पर श्रीमद् भागवत गीता कि यही बात याद आती थी कि कर्म करो फल की इच्छा मत करो और इसी से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े आर्यन अपना परिश्रम अपना कर्म करते रहे और उन्होंने पॉलिटेक्निक कंप्यूटर डिप्लोमा किया । श्रीमद् भागवत गीता से यह युवा बेहद प्रभावित है और पूरी भागवत गीता को अनूठे अंदाज में लिखने का निर्णय किया। जब डीएम पुलकित खरे को इस ओर जानकारी मिली तो उन्होंने इस युवा की सराहना करते हुए सभी को उसकी उपलब्धि के बारे में जानकारी दी ।

रसखान प्रेक्षागृह बनेगा विश्व रिकार्ड का गवाह : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि जनपद की उभरती प्रतिभा आर्यन सिंह ने अपनी सोच एवं प्रतिभा के दम पर भगवा कलर के 4187 फिट लम्बे तथा 1.5 इंच चौड़े फीते पर नीले स्थायी मार्कर के द्वारा अपने हाथों से संर्पूण भगवत गीता संस्कृत में लिखी है। फीते पर लिखी गई संर्पूण भगवत गीता का प्रदर्शन 2 सितम्बर को रसखान प्रेक्षागृह में प्रातः 10 बजे से किया जायेगा। जिसका अवलोकन वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम द्वारा करने के उपरान्त वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि आर्यन सिंह, कृष्ण नगरिया बाबा मन्दिर हरदोई के रहने वाले है। आर्यन सिंह के पिता मुन्नू सिंह एक किसान है। इन्होंने इन्टर की पढ़ाई करने के बाद पॉलिटेक्निक से कम्प्यूटर में 2017 बैच से डिप्लोमा किया है। वर्तमान में साॅफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की तैयारी कर रहे है। आर्यन सिंह अपना आदर्श स्वामी विवेकानन्द को मानते हैं।
 
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