शहर के बाजारों में भीड़ के बढ़ जाने के कारण यातायात को सुचारू रूप से चलाते रहने के लिए दोपहर बाद से नुमाइश चौराहे से बड़ा चौराहा, सिनेमा चौराहे से बड़े चौराहे, रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले मार्ग पर बड़े वाहनों के प्रवेश को वर्जित कर दिया गया था तो जगह जगह पुलिस को भी सुरक्षा के मद्देनजर एलर्ट किया गया था।
जिले में सोने चांदी के प्रतिष्ठानों, कपड़ा व्यवसाय, बर्तन व्यवसाय ,मिठाई, ड्राई फ्रूट प्रतिष्ठानों, ऑटो सेक्टर सहित चाट की दुकानों आदि से जिले भर से करीब १०० करोड़ की बिक्री का अनुमान लगाया गया है। अलग-अलग प्रतिष्ठानों के दुकानदारों के यहां दिखी भीड़ और खरीददारी के अनुमान को लेकर सोने चांदी, कपड़ा व बर्तन के अलावा बिजली की झालरें, खेल खिलौने आदि की खरीददारी के अनुमान है।
रंग बिरंगी झालरों से शहर के सर्राफा व्यवसाईयों के यहां पर ग्राहकों की भीड़ सुबह से लेकर देर रात तक लगी रही। सोने चांदी के आभूषणों से लेकर सोने चांदी के गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों की बिक्री खूब हुई। इसके अलावा शहर के ही बड़े बड़े शोरूमों में सीतारामी हार से लेकर डायमंड के आभूषणों के भी पारखियों का आना जना लगा रहा। सोने का भाव करीब २९ हजार प्रति तोला तो चांदी का भाव करीब ४२ हजार प्रति किलो के आस पास रहा।
जिले में धनतेरस पर हुई करोड़ों की खरीददारी को लेकर पिछले वर्षों की भांति इस बार भी न तो ग्राहकों ने पक्की रसीद को लेकर जोर दिया न ही व्यापारियों ने अपनी तरफ से इस ओर पहल की। इस ओर जब कुछ व्यपारियों से बात की गई तो उन्होंने व्यस्तता का बहाना बताकर आगे के दिनों में बात करने की बात कही तो वहीं ग्राहकों ने भी रसीद के मुद्दे पर बातचीत से परहेज किया।