scriptमेडिकल कॉलेज के लिए डीएम शुभ्रा सक्सेना ने भेजा प्रस्ताव, जल्द मिल सकती है बड़ी सौगात | DM Shubhra Saxena send proposal to government for medical college | Patrika News

मेडिकल कॉलेज के लिए डीएम शुभ्रा सक्सेना ने भेजा प्रस्ताव, जल्द मिल सकती है बड़ी सौगात

locationहरदोईPublished: Sep 19, 2017 07:37:10 am

जिले में अभी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं और ज्यादातर सरकारी अस्पताल चिकित्सा सेवा उपकरणों और डॉक्टरों के अभाव में बीमार है।

DM Shubhra Saxena send proposal to government for medical college

मेडिकल कॉलेज के लिए डीएम शुभ्रा सक्सेना ने भेजा प्रस्ताव, लोगों को मिल सकती है सौगात

हरदोई. जिले के लोगों के लिए यह खबर काफी अच्छी है कि अगर शासन से स्वीकृति मिली तो हरदोर्ई भी स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बन सकेगा। शासन द्वारा मेेडिकल कॉलेज खोलने के लिए मांगेे गए भूमि उपलब्धता प्रस्ताव पर डीएम शुभ्रा सक्सेना ने मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि उपलब्धता का प्रस्ताव भेज दिया है। डीएम शुभ्रा सक्सेना ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि उपलब्धता को लेकर शहर के आस पास इलाकों में सर्वे कराया गया और इसके बाद शहर से करीब 10 किमी की परिधि में काला आम ग्राम पंचायत क्षेत्र में सीतापुर-हरदोई हाइवे के पास करीब 5 एकड़ भूमि का चिन्हीकरण किया गया। भूमि का चिंहीकरण कराने के बाद भूमि उपलब्धता का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है, अब आगे की कार्रवाई शासन स्तर से होगी। ध्यान रहे कि जिले में अगर मेडिकल कालेज खुलता है, तो स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बनने के साथ ही जिले के मेधावियों को चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में भी पढ़ाई के अवसर सहजता से मिल सकेंगे।
अस्पताल हैं बीमार और सिस्टम लाचार

जिले में अभी स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। अधिकांश सरकारी अस्पताल चिकित्सा सेवा उपकरणों और डॉक्टरों के अभाव में बीमार है। ऊपर से सिस्टम इतना लाचार है कि शहर में स्थापित ट्रामा सेंटर और नवीन अस्पताल सिर्फ बोर्ड लगने तक सीमित हैं। जिला मुख्यालय स्थित इकलौते सरकारी अस्पताल में सीटी स्केन तक की सु़विधा नहीं है। एमआरआई मशीनों की बात सोचना ही सपने जैसा है। डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों की जांच की सुविधा प्राइवेट अस्पतालों तक में नहीं नहीं है। वहीं सरकारी अस्पताल दवा से ज्यादा दुआओं के सहारे चल रहे हैं।

CMO के लिए मायने नहीं रखते योगी और मोदी के संदेश

जिले में सिस्टम इतना लाचार है, जिसकी बजह से स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीएमओ पीएन चर्तुवेदी के लिए मुख्यमंत्रयोगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता के संदेश कोई मायने नहीं रखते हैं। उनके कार्यालय के सामने ही कूड़ा-करकट और जलभराव के हालात रहते हैं। इतना ही नहीं कभी सोशल मीडिया पर एक विवादित मैसेज को लेकर विवादों में घिरे रहे सीएमओ को डेंगू और अन्य रोगों की रोकथाम को लेकर कोई परवाह नहीं है। कांशीराम कालेानी से लेकर तमाम इलाकों में मच्छरों का लार्वा भरा पड़ा है। पूरे जिले में बुखार से लोग मर रहे हैं, मगर सीएमओ साहब का सीयूजी नंबर तक नहीं उठता है।

उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा

जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि सभी बैंके छोटे और बड़े उद्योग लगाने वाले लोगों को प्राथमिकता पर ऋण उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि ऋण सम्बन्धी प्रकरण बिना पर्याप्त कारण के निरस्त न किए जाएं और लम्बित प्रकरणों को 15 दिन के अन्दर प्राथमिकता पर निस्तारित करें साथ ही निरस्त किये गये ऋण प्रकरणों की दोबारा जांच कराए। उद्योग संंबधी बैठक में उपायुक्त उद्योग लालजीत सिंह ने बताया कि शासन द्वारा पूर्व में जनपद का लक्ष्य 40 से बढ़ाकर 100 कर दिया गया है। जिसका वित्तीय लक्ष्य 75.38 लाख से बढ़ाकर 198.36 लाख कर दिया गया है। लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। उन्होंने उपस्थित बैंकर्स से कहा है कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना की प्रगति में सहयोग प्रदान करें और ऋण पत्रावलियों का निस्तारण शीघ्रता से करें। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत उद्योग आदि लगाने हेतु 1 लाख से 25 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। बैठक में अपर जिलाधिकारी विपिन कुमार मिश्र, एसडीएम बीके शुक्ला, उप निदेशक कृषि सहित बैंकों के प्रबन्धक प्रतिनिधि मौजूद रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो