scriptपीएम की रैली में इंतजाम के नाम पर भाजपा विधायक से 8 लाख की हेराफेरी, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार | eight lakh taken by fooling bjp mla in name of pm modi rally | Patrika News

पीएम की रैली में इंतजाम के नाम पर भाजपा विधायक से 8 लाख की हेराफेरी, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

locationहरदोईPublished: May 14, 2019 01:42:44 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

पीएम की रैली के लिए इंतजाम के नाम पर एक व्यक्ति ने भाजपा विधायक प्रभाष कुमार से 8 लाख रुपये की हेराफेरी की

money

पीएम की रैली में इंतजाम के नाम पर भाजपा विधायक से 8 लाख की हेराफेरी, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

हरदोई. जिले में 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली हुई थी। रैली के लिए टेंट हाउस संबंधी इंतजामों के नाम पर एक व्यक्ति ने हेराफेरी कर भाजपा विधायक प्रभाष कुमार से 8 लाख रुपये लेकर चंपत हो गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई, जिन्होंने हेराफेरी करने वाले शातिर को गिरफ्तार कर लिया।
जेल भेजा गया आरोपी

हेराफेरी के आरोप में पकड़े गए व्यक्ति का असली नाम राजेंद्र सिंह वर्मा है। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि राजेंद्र सिंह के कब्जे से बोलेरो भी बरामद हुई है। बोलेरो के कागज गलत हैं और पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। राजेंद्र सिंह वर्मा को जेल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि राजेंद्र जनपद जालौन में भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा में विभिन्न पदों पर भी रहा है।
इस तरह की ठगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरदोई और मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के समर्थन में हरदोई में 27 अप्रैल को चुनावी रैली सीएसएन कालेज मैदान में संबोधित किया था। सांडी से भाजपा विधायक प्रभाष कुमार के चचेरे भाई अशोक रावत मिश्रिख से भाजपा प्रत्याशी हैं। 26 अप्रैल की शाम चार बजे अशोक रावत के मोबाइल पर कॉल आई, जिसमें बताया गया कि 8 लाख रुपये रैली स्थल पर भेज दें। फोन करने वाले ने अपना नाम जेपी यादव बताकर रैली स्थल पर मौजूद होने की बात कही थी। विधायक प्रभाष कुमार 8 लाख रुपये की व्यवस्था कर उक्त व्यक्ति को देने के लिए आए। पैसे देने से पहले प्रूफ के लिए विधायक ने पहचान पत्र मांगा, तो उसने बोलेरो के कागज की फोटो कॉपी दे थी। इसके बाद 8 लाख रुपये उसे दे दिए गए। रैली खत्म होने के बाद जब टेंट हाउस वालों को बताया गया कि 8 लाख रुपये का भुगतान कर दिया है, तो टेंट हाउस के जिम्मेदारों ने भुगतान न मिलने की बात कही। इस पर विधायक और उनके भाई अशोक रावत ने जेपी यादव को खोजने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पूरे मामले की जानकारी विधायक प्रभाष कुमार ने एसपी आलोक प्रियदर्शी को दी तो सर्विलांस टीम को लगाया गया। इसके बाद सोमवार को पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो