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खतरे के निशान को पार कर तेज कटान कर रही नदियों की धार, बाढ़ की भेंट चढ़ रहे गांव

locationहरदोईPublished: Sep 01, 2018 01:12:34 pm

यूपी के हरदोई में बाढ़ के हालात अब चिंताजनक स्तर पर पहुंच गए हैं।

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खतरे के निशान को पार कर तेज कटान कर रही नदियों की धार, बाढ़ की भेंट चढ़ रहे गांव

हरदोई. यूपी के हरदोई में बाढ़ के हालात अब चिंताजनक स्तर पर पहुंच गए हैं। तीन दिनों से लगतार बढ़ रहे नदियों के जलस्तर से सवायजपुर और बिलग्राम तहसील इलााके में जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। मेंहदीघाट से लेकर राजघाट तक छुट्टा पुरवा चपरतला देवीपुरवा गुलाबपुरवा मक्कूपुरवा मेंदपुरवा रामेश्वरपुरवा घासीरामपुरवा चिरंजूपुरवा कटरी बिरछुइया मक्कूपुरवा आदि दर्जनों गांव बाढ़ की जद में आ चुके हैं। सैकड़ों हेक्टेयर फसल जल मग्न हो गई है। कई गांवों के संपर्क मार्ग डूबे हुए हैं। ऐसे में उन्हें नाव का सहारा लेकर गांव से बाहर निकलना पड़ रहा है। वहीं गांव में रह रहे लोगों का कहना है कि घरों में पानी घुस जाने के कारण कपड़े गल्ला और जरुरत का सभी सामान डूब चुका है जिससे खाने पीने का संकट गहरा गया है। लोग अपना घर बार छोड़कर कर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।

स्वछता की बात करे तो हर जगह पानी पानी होने के कारण बचे खुचे सूखे स्थानों पर लोग शौच करने को मजबूर हैं जिससे बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है। खुशीराम पुत्र चेतराम निवासी चिरंजूपुरवा का घर पूरा का पूरा गंगा में समा चुका है। अन्य लोगों ने भी कटान के डर से अपना आशियाना खुद ही तोड़ कर ईंटें निकाल रहें ताकि आने वाले समय में घर बनाने के लिए कुछ राहत मिल सके। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन भी तैयार दिखाई दे रहा है।

एसडीएम बिलग्राम सतेन्द्र सिंह तहसीलदार राजेश कुमार अपनी टीम के साथ सभी बाढ़ से प्रभावित गांव का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं। उपजिलाधिकारी से बातचीत से पता चला कि है कि अभी तक लोगों को बाहर निकालने के लिए 52 नौकाओं का बंदोबस्त किया गया है। जरूरत पड़ने पर इनको और बढ़ाया जा सकता है फिलहाल बाढ़ से जूझ रहे लोगों को देखने वाले प्रियांशु राजेश विमलेश कुमार का कहना है कि अभी तक गांव वालों को डुबे संपर्क मार्ग से निकालने के लिए सिर्फ नौकाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है बाकी खाने पीने एवं बारिश से बचने के लिए तिरपाल बीमारी के इलाज आदि के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं जिससे लोग निराश हैं । नदियों का जल स्तर खतरे के निशन के ऊपर है । जिससे लोगो में खलबली मचने के साथ धुकधुकी बढ़ी हुई है ।

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