दूल्हा न रुपये गिन पाया और न लिख पाया अपना नाम दरअसल शाहजहांपुर शहर निवासी एक अधिवक्ता के पुत्र का विवाह शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत एक गांव निवासी किसान की पुत्री के साथ तय हुआ था। मंगलवार रात बरात आई और वधू पक्ष के लोगों ने जमकर खातिरदारी भी की। शादी का आयोजन शाहाबाद कस्बे में स्थित एक मैरिज लॉन में किया गया। बुधवार सुबह कलेवा के दौरान दूल्हे को मिले रुपये गिनने के लिए कहा गया तो दूल्हे ने संकोच के साथ रुपये उठा लिए, लेकिन रुपये गिन नहीं पाया। इसकी जानकारी होने वाली दुल्हन को हुई तो उसे शक हो गया। उसने दूल्हे से अपना नाम लिखकर दिखाने को कहा, लेकिन दूल्हा यह भी नहीं कर पाया।
युवती ने शादी से किया इनकार इसके बाद युवती ने शादी से इनकार कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के लोगों को कोतवाली ले आई। कोतवाल एसपी उपाध्याय ने बताया कि लेनदेन की बात दोनों पक्षों ने आपस में स्पष्ट कर ली। लड़की वाले यह आरोप भी लगा रहे थे, चढ़ावे में आए जेवर में कुछ नकली हैं, लेकिन असली वजह दूल्हे के रुपये न गिन पाने और नाम न लिख पाने की रही। युवती स्नातक है, जबकि पता चला है कि युवक हाईस्कूल भी नहीं पढ़ा है।