श्याम ने बताया कि वर्ष 2017 में हरदोई जैसे छोटे शहर में भी धुंध और प्रदूषण की परत ने उन्हें इस ओर प्रेरित किया और फिर उन्होंने इसे आइडियल जरिया बनाने के लिए लोगों के खुशी के मौके से जोड़ दिया। चार माह में चारों ओर से उनके इस उपहार की सराहना हो रही है। तमाम लोग उनके इस अनूठे उपहार के प्रकार से जुड़ रहे हैं।
इस तरह ला रहे हरियाली
जन्म दिवस हो या वैवाहिक वर्षगांठ का अवसर। इस शुभावसर को अविस्मरणीय बनाने के लिए पेशे से शिक्षक और शहर के कई सामाजिक संस्थाओं में अपना सक्रिय योगदान देने वाले श्याम जी गुप्ता पौधरोपित करते हैं। वे कहते हैं कि समाज के मंगल के लिए कल के बेहतर के लिए सभी को अपने जीवन काल में समय समय पर या अपने मांगलिक कार्यक्रमों के अवसर पर पौधरोपण करना चाहिए। पर्यावरण संतुलन बनाये रखने हेतु इससे पुनीत कार्य कुछ भी नहीं हो सकता है।
जन्म दिवस हो या वैवाहिक वर्षगांठ का अवसर। इस शुभावसर को अविस्मरणीय बनाने के लिए पेशे से शिक्षक और शहर के कई सामाजिक संस्थाओं में अपना सक्रिय योगदान देने वाले श्याम जी गुप्ता पौधरोपित करते हैं। वे कहते हैं कि समाज के मंगल के लिए कल के बेहतर के लिए सभी को अपने जीवन काल में समय समय पर या अपने मांगलिक कार्यक्रमों के अवसर पर पौधरोपण करना चाहिए। पर्यावरण संतुलन बनाये रखने हेतु इससे पुनीत कार्य कुछ भी नहीं हो सकता है।
जनपद हरदोई से निकली ये अलख अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी सोशल मीडिया से पहुंच रही है, जहां युवा अपने जन्म दिवस के अवसर पर पौधरोपण का समाज को एक अच्छा सन्देश देने का काम कर रहे हैं। पौधरोपण को लेकर वो बच्चो में भी वे उत्साह बढ़ा रहे हैं। उनकी प्रेणना से अब छोटे छोटे बच्चो में भी पौधरोपण को लेकर काफी उत्साह रहता है और वो अपने जन्म दिवस के अवसर पर पौधरोपण कर रहे हैं।
इस साल 1 हज़ार पौधे रोपेंगे
श्याम जी गुप्ता ने पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाते हुए वर्ष 2018 में 1000 पौधे रोपित करने का संकल्प लिया है जिसे वो अपने साथियो के जन्म दिवस और वैवाहिक वर्षगाँठ के अवसर पर पौधरोपित कर पूरा कर रहे हैं। पौधरोपण के पश्चात उनको समय समय पर पानी देने हेतु भी प्रयास किये जा रहे हैं जिससे वो पौधे संरक्षित किये जा सके। वे कहते हैं कि जल्द ही लोगों से संकल्प पत्र भरवा कर और लोगों को इस मुहीम से जोड़ा जाएगा, जिससे जनपद हरदोई में अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सकें और हमारी आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ पर्यावरण प्राप्त हो सके।
श्याम जी गुप्ता ने पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाते हुए वर्ष 2018 में 1000 पौधे रोपित करने का संकल्प लिया है जिसे वो अपने साथियो के जन्म दिवस और वैवाहिक वर्षगाँठ के अवसर पर पौधरोपित कर पूरा कर रहे हैं। पौधरोपण के पश्चात उनको समय समय पर पानी देने हेतु भी प्रयास किये जा रहे हैं जिससे वो पौधे संरक्षित किये जा सके। वे कहते हैं कि जल्द ही लोगों से संकल्प पत्र भरवा कर और लोगों को इस मुहीम से जोड़ा जाएगा, जिससे जनपद हरदोई में अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सकें और हमारी आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ पर्यावरण प्राप्त हो सके।
वह कहते हैं कि पौधे सृष्टि का आधार हैं, इसलिए सभी को इस विषय पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए सोशल मीडिया के जरिये वे इस ओर व्यापकता लाने के प्रयास में हैं ताकि सभी पर्यावरण संकर्षण हेतु जागरूक हो सकें। वे अपनी तरह 100 लोगों की टीम की ओर बढ़ रहे हैं जो कि एक एक हज़ार पौध रोपण का संकल्प लेकर बधाई अवसरों पर वर्ष 2019 तक एक लाख लोगों के नाम पौध रोपण करें और खुशियों के पलों को पौध के रूप में रोपित कर ग्रीन सोसाइटी के सपने को पूरा करें।
व्यवहार में पहले पौधे का उपहार
श्याम जी गुप्ता की पौध रोपण की खास बात यह है कि वह शादी समारोह में व्यवहार करने से पहले पौधरोपण व्यवहार बनाने की बात करते हैं और जहां भी जिसके यहां जाते हैं सबसे पहले उसके साथ पौधरोपण करते हैं और फिर बाद में औपचारिक व्यवहार की रस्म निभाते हैं। वे तब तक व्यवहार की रस्म अदायगी नहीं करते हैं जब तक उनके साथ निमंत्रण भेजने वाला व्यक्ति पौधरोपण नहीं कर देता है। शुरुआत में लोगों ने उनके इस काम को नजरअंदाज किया, मगर उनकी यही मुहिम और उनका उपहार देने का तरीका लोगों को काफी पसंद आ रहा है और वह लोगों के बीच प्रशंसा के पात्र बन गए हैं। उनके साथी शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता भी अब उनकी इस मुहिम इस अनूठे अंदाज को न केवल सराह रहे हैं, बल्कि उनके साथ जुड़कर के हरदोई में ग्रीन हीरो की संख्या बनने को तैयार हो रहे हैं।
श्याम जी गुप्ता की पौध रोपण की खास बात यह है कि वह शादी समारोह में व्यवहार करने से पहले पौधरोपण व्यवहार बनाने की बात करते हैं और जहां भी जिसके यहां जाते हैं सबसे पहले उसके साथ पौधरोपण करते हैं और फिर बाद में औपचारिक व्यवहार की रस्म निभाते हैं। वे तब तक व्यवहार की रस्म अदायगी नहीं करते हैं जब तक उनके साथ निमंत्रण भेजने वाला व्यक्ति पौधरोपण नहीं कर देता है। शुरुआत में लोगों ने उनके इस काम को नजरअंदाज किया, मगर उनकी यही मुहिम और उनका उपहार देने का तरीका लोगों को काफी पसंद आ रहा है और वह लोगों के बीच प्रशंसा के पात्र बन गए हैं। उनके साथी शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता भी अब उनकी इस मुहिम इस अनूठे अंदाज को न केवल सराह रहे हैं, बल्कि उनके साथ जुड़कर के हरदोई में ग्रीन हीरो की संख्या बनने को तैयार हो रहे हैं।