ये भी पढ़ें- मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने पर कही यह बात चुनाव से पहले विलय कर दे तो अच्छा होगा- नरेश अग्रवाल ने अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता में कहा कि यह गठबंधन नहीं बल्कि ठगबंधन है। यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन अवसरवादिता का गठबंधन है। जिन लोहिया के विचारों पर समाजवादी पार्टी चलती थी और मुलायम की नीतियों पर आगे बढ़ी थी वही सपा राजनीति में बसपा के आगे नतमस्तक हो गयी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बसपा मुखिया सपा के प्रवक्ता की तरह बयान दे रही हैं, उससे तो अच्छा यह है कि अखिलेश सपा का विलय बसपा में कर दें। चुनाव से पहले सपा बसपा में विलय कर दे तो अच्छा होगा।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी की यूपी के सभी मंत्रियों को दी चेतावनी, कहा अपने परिवार वालों को न बनाएं यह मायावती पर लगाया टिकट बेचने का आरोप- उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सपा बसपा गठबंधन में पीएम का प्रत्याशी क्यों नहीं घोषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि 2022 में भी सीएम का उम्मीदवार कौन होगा यह भी दोनों दल बताएं। वहीं मायावती पर हमला करते हुए कहा कि बसपा 5 करोड़ लेकर टिकट बेंच रही। अगर ऐसे दल सत्ता में आये तो देश का भविष्य क्या होगा।