ये भी पढ़ें- सपा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक का बड़ा बयान, कहा- कासगंज हिंसा युवाओं को भटकाने की राजनीति खास बात यह थी कि दूर दूर देशों से आने वाले प्रवासी पक्षी ज्यादातर सांडी पक्षी विहार को ही अपना ठिकाना बनाते थे। हर साल सर्दियों में यानी अक्टूबर माह से मार्च तक जो पक्षी मंगोलिया,चीन यूरोप और साइबेरिया जैसे देशो से यहाँ पर आते हैं । इस झील में प्रकर्तिक रूप से पानी रहता था । यहाँ की बदहाली दूर करने के लिए डीएम ने खास पहल की है । चिड़ियों की चहचाहट से आबाद रहने वाला पक्षी विहार अब फिर से पहले की तरह मुस्कुराए इसके लिए यहाँ व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के साथ 3 से 5 फरवरी तक बर्ड फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है ।
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