उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में भारतीय नव संवत्सर पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संजय जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम आज आजादी के सात दशक की यात्रा के बाद अपने हिंदुस्तान का लेखा-जोखा देखें तो इस देश ने तरक्की के सोपान हासिल किए हैं। पीएम मोदी जब विदेशों में जाते हैं तो वहां उनका गर्मजोशी से स्वागत होता है। कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय सोलर एनर्जी पर एक गठबंधन बना तो 160 देशों के प्रतिनिधि हिंदुस्तान आये थे। आपने देखा होगा कि जनवरी में गणतंत्र दिवस पर परेड में आसियान देशों के 11 देशों के राष्ट्राध्यक्ष आये थे। तीन साल पहले 2015 में जनवरी में इंग्लैंड की पार्लियामेंट के सामने महात्मा गांधी की पूर्ण आकृति प्रतिमा का अनावरण हुआ था। उस प्रतिमा का अनावरण करने वित्त मंत्री अरुण जेटली और अमिताभ बच्चन गए थे। इंग्लैंड की पार्लियामेंट के सामने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण हिंदुस्तान की बढ़ती हुई ताकत का परिचायक है।
विनट कटियार के बयान से किया किनारा
भाजपा सांसद विनय कटियार के राम मंदिर निर्माण को लेकर दिये बयान पर संजय जोशी ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट का सकारात्मक निर्णय आएगा। राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा का विषय है। भारतीय जनता पार्टी भव्य राम मंदिर के लिए संकल्पकृत है। गौरतलब है कि विनय कटियार ने एक बार फिर राम मंदिर के लिये आंदोलन का संकेत देते हुए का था कि राम जन्मभूमि अब बलिदान चाहती है। हिंदुओं को इस बलिदान के लिए तैयार रहना होगा।
विनट कटियार के बयान से किया किनारा
भाजपा सांसद विनय कटियार के राम मंदिर निर्माण को लेकर दिये बयान पर संजय जोशी ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है। कोर्ट का सकारात्मक निर्णय आएगा। राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा का विषय है। भारतीय जनता पार्टी भव्य राम मंदिर के लिए संकल्पकृत है। गौरतलब है कि विनय कटियार ने एक बार फिर राम मंदिर के लिये आंदोलन का संकेत देते हुए का था कि राम जन्मभूमि अब बलिदान चाहती है। हिंदुओं को इस बलिदान के लिए तैयार रहना होगा।
मोदी विरोधी गुट के माने जाते हैं संजय जोशी
संजय जोशी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी गुट का माना जाता है 2012 में मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से दो घंटे पहले नरेंद्र मोदी के विरोध के चलते संजय जोशी को रार्ष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा तक देना पड़ा था। जोशी के इस्तीफे के बाद मोदी के विरोध में गुजरात, मध्य प्रदेश , राजस्थान और उत्तर प्रदेश में खूब पोस्टरबाजी भी हुई थी। दिल्ली और अहमदाबाद में जोशी के समर्थन में और मोदी के विरोध में पोस्टर लगे और उस पर लिखा गया- ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता। टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। कहो दिल से संजय जोशी फिर से। लेकिन प्रधानमंत्री की खुले मंच से तारीफ़ के बाद राजनैतिक हलकों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। हो सकता है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में उनकी वापसी का रास्ता साफ हो जाए।
संजय जोशी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी गुट का माना जाता है 2012 में मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से दो घंटे पहले नरेंद्र मोदी के विरोध के चलते संजय जोशी को रार्ष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा तक देना पड़ा था। जोशी के इस्तीफे के बाद मोदी के विरोध में गुजरात, मध्य प्रदेश , राजस्थान और उत्तर प्रदेश में खूब पोस्टरबाजी भी हुई थी। दिल्ली और अहमदाबाद में जोशी के समर्थन में और मोदी के विरोध में पोस्टर लगे और उस पर लिखा गया- ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता। टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। कहो दिल से संजय जोशी फिर से। लेकिन प्रधानमंत्री की खुले मंच से तारीफ़ के बाद राजनैतिक हलकों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। हो सकता है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में उनकी वापसी का रास्ता साफ हो जाए।