सीतापुर की मछरेहटा क्षेत्र पंचायत में ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी सपाइयों से छीन कर अपने परिवार में शामिल करने की जुगत में जुटे बीजेपी विधायक रामकृष्ण भार्गव अब हत्या के आरोपी बन गए हैं। मारे गए बीडीसी सदस्य के परिजनों का आरोप है कि मछरेहटा ब्लॉक में अविश्वास प्रस्ताव पर जीत हासिल करने के लिए विधायक रामकृष्ण भार्गव और उनके गुर्गों ने वहां के दर्जनों बीडीसी सदस्यों को अपने कब्जे में लेकर हरदोई स्थित अपने रिश्तेदार विधायक श्याम प्रकाश के ठिकाने पर मौज मस्ती के लिए रख छोड़ा था। इसी बीच संदिग्ध परिस्थितियों में बीडीसी संतोष कुमार की मौत हो गयी। यह भी कहा जा रहा है कि ज्यादा शराब पीने से या फिर जहरीली शराब पीने से बीडीसी की मौत हुई है। बीडीसी संतोष कुमार बेहद गरीब परिवार से थे। वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का खर्च चलाते थे। उनकी मौत ने उनके तीन बच्चों और पत्नी के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया है। बदहवास परिवार राजनीतिक खींचतान और वर्चस्व की लड़ाई का मोहरा बनकर रह गया है। गरीब बीडीसी की संदिग्ध मौत के बाद भी राजनीति जारी है। पीड़ित परिवार से भी वही बयान दिलवाये जा रहे हैं जो सियासी लोगों के लिए फायदेमंद है।
मृतक की पत्नी के मुताबिक, बीजेपी विधायक रामकृष्ण और उनके साथियों ने करीब दो सप्ताह पहले डीडीसी संतोष कुमार को अविश्वास अपने पक्ष में देने के लिए अगवा किया था और उनकी संदिग्ध हत्या कर दी गई।
एक दूसरे पर लगने लगे आरोप
सीतापुर में भाजपा और सपा के नेता बीडीसी संतोष कुमार को किसी भी हालत में अपने पक्ष में शपथ पत्र देने के लिए खींचतान मचाए हुए थे। बीडीसी संतोष भाजपा विधायक रा? कृष्ण ण के कब्जे में थे, जबकि संतोष का परिवार सपा नेता और पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के प्रभाव में हैं। अब बीडीसी की मौत के बाद सपाइयों को एक बड़ा मुद्दा भी मिल गया है। रामपाल राजवंशी का दावा है कि सीतापुर के विधायक रामकृष्ण और उनके रिश्तेदार हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश की मिलीभगत से बीडीसी सदस्यों को अगवा किया गया जिसके चलते बीडीसी की जान चली गई।
सीतापुर में भाजपा और सपा के नेता बीडीसी संतोष कुमार को किसी भी हालत में अपने पक्ष में शपथ पत्र देने के लिए खींचतान मचाए हुए थे। बीडीसी संतोष भाजपा विधायक रा? कृष्ण ण के कब्जे में थे, जबकि संतोष का परिवार सपा नेता और पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के प्रभाव में हैं। अब बीडीसी की मौत के बाद सपाइयों को एक बड़ा मुद्दा भी मिल गया है। रामपाल राजवंशी का दावा है कि सीतापुर के विधायक रामकृष्ण और उनके रिश्तेदार हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश की मिलीभगत से बीडीसी सदस्यों को अगवा किया गया जिसके चलते बीडीसी की जान चली गई।
राजनीतिक षड़यंत्र बता रहे हैं बीजेपी विधायक
आरोप है कि अपने बेटे को ब्लॉक प्रमुख बनाने की जुगत में जुटे BJ P विधायक रामकृष्ण भार्गव सारे हथकंडे अपना रहे थे। इसी चक्कर में बीडीसी के हत्या के आरोप में भी फंस रहे हैं। हालांकि, वह पूरे मामले को राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हैं और समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के ऊपर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हैं।
आरोप है कि अपने बेटे को ब्लॉक प्रमुख बनाने की जुगत में जुटे BJ P विधायक रामकृष्ण भार्गव सारे हथकंडे अपना रहे थे। इसी चक्कर में बीडीसी के हत्या के आरोप में भी फंस रहे हैं। हालांकि, वह पूरे मामले को राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हैं और समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के ऊपर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हैं।
फूंक-फूंककर कदम उठा रही हरदोई पुलिस
पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी और पीड़ित परिवार यह कह रहा है कि बीडीसी सदस्य की मौत सीतापुर के भाजपा विधायक रामकृष्ण भार्गव की मौजूदगी में हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश के फार्म हाउस पर हुई है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले पर खामोशी से दोनों पक्षों से जुड़े तथ्यों की पड़ताल कर रही है। टना की शुरुआत सीतापुर से हुई है इसलिए हरदोई पुलिस बहुत फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।
पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी और पीड़ित परिवार यह कह रहा है कि बीडीसी सदस्य की मौत सीतापुर के भाजपा विधायक रामकृष्ण भार्गव की मौजूदगी में हरदोई के विधायक श्याम प्रकाश के फार्म हाउस पर हुई है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले पर खामोशी से दोनों पक्षों से जुड़े तथ्यों की पड़ताल कर रही है। टना की शुरुआत सीतापुर से हुई है इसलिए हरदोई पुलिस बहुत फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।
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