शहर में नगर पालिका का बालिका इंटर कालेज का निर्माण जिसको सपा सरकार में जिले के लिए एक बड़ी पहल थी और इसे अखिलेश सरकार में हरदोई शहर के लिए बालिका शिक्षा के मामले में ब्लाक ड्रीम प्रोजेक्ट माना गया था। इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी हुआ तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और नगर विकास मंत्री आजम खान के नाम के शिला पट भी लगे और भवन भी बनकर तैयार हो गया लेकिन आज तक ना तो इस भवन का न लोकार्पण हो पाया है और ना ही इस भवन में प्रस्तावित बालिका इंटर कॉलेज का संचालन हो सका है।
सूत्रों का कहना है कि स्थानीय सियासत का साया इस प्रोजेक्ट पर छा जाने और सूबे से लेकर नगर पालिका की सत्ता बदल जाने के चलते यह प्रोजेक्ट यूं ही दम तोड़ रहा है और तीन करोड़ का खर्च व्यर्थ साबित हो रहा है। यहां स्कूल भवन ही नहीं तैयार है बल्कि क्लासरूम में फर्नीचर आदि भी मौजूद है।
भवन के लोकार्पण और स्कूल संचालन को लेकर स्थानीय स्तर पर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले योगी और मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के तमाम शिलान्यास और लोकार्पण के मद्देनजर इस भवन को लेकर हलचल शहर में शुरू हो गयी है। एक तरफ भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव से पहले लोकार्पण शिलान्यास के जरिये लोगों को यह बताने की कोशिश कर रही है कितना विकास कार्य कराया है तो दूसरी तरफ शहर में तीन करोड़ की लागत से बना ये बालिका इंटर कॉलेज का भवन फर्नीचर और वहां पर स्कूल का संचालन न होना सिस्टम पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है ? इस संबंध में नगर पालिका परिषद के ईओ जीलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा वे लखनऊ में है और इस बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते है।