यह था पूरा मामला पुलिस के अनुसार गांव समामई में 29 दिसंबर को इसराइल मिस्त्री के यहां उसकी पुत्री सपना की गोद भराई का आयोजन चल रहा था। यह लोग बरौला जाफराबाद नई बस्ती थाना बन्ना देवी अलीगढ़ से आए थे। जिसमें सूबेदार पुत्र नजीर खां ने अपनी लायसेंसी बंदूक से रस्म के दौरान हर्ष फायरिंग कर दी तभी बंदूक की नाल फट जाने के कारण दो अनवार, बबिता, मीना, आसिफ घायल हो गये थे। बुआ इसरन पत्नी छोटे खां नगला मियां जलेसर जिला एटा की हालत खराब हो गई, जिसे उपाचार के लिए अलीगढ़ ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान बुआ ने देर रात दम तोड़ दिया था। घटना के बाद सूबेदार बंदूक सहित फरार हो गया था।
बन्दूक को भेजा परीक्षण के लिए पुलिस आरोपी की तलाश में बड़ी सरगर्मी से जुटी थी। गुरूवार को पुलिस को सूचना मिली कि सूबेदार सासनी बस स्टैंड पर मय बंदूक के खड़ा है और कहीं जाने की फिराक में है। पुलिस ने सूचना के आधार पर घेराबंदी कर सूबेदार को पकड़ लिया और कोतवाली ले आए। जहां पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर सूबेदार को जेल भेजा है। बंदूक को सील कर परीक्षण के लिए भेजा है।
नहीं फटी नाल समारोह के दौरान बंदूक की नाल नहीं फटी, बल्कि बंदूक में कारतूस डालकर उसे लोड करते वक्त ट्रिगर दब गया और गोली चल गई। जिससे निकले छर्रों से दुल्हन सपना और अन्य तीन लोग घायल हो गये। घटना के सदमे से सपना की बुआ की हार्ट अटैक होने से उपचार के दौरान मौत हो गई।