ये है पूरा मामला
दरअसल पुरानी कलेक्ट्रेट में अभी तक केवी का संचालन हो रहा था। बिल्डिंग जर्जर हो गयी तो प्रधानाचार्य रोहित सक्सेना ने बिल्डिंग को समय से शिफ्ट करने का निर्णय लिया और समय रहते विद्यालय को शहर से 8 किमी दूर टुकसान स्थित मॉडल स्कूल में शिफ्ट कर दिया। गनीमत रही कि प्रधानाचार्य ने ये फैसला समय रहते ले लिया, यदि ऐसा न किया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि इस बार बारिश के दौरान एक क्लास की बाउंड्री गिर गई। यदि बच्चे वहां पढ़ रहे होते तो हादसे का शिकार हो सकते थे। फिलहाल केवी शहर से 8 किमी दूर संचालित हो रहे इस विद्यालय तक बच्चों को पहुंचाने के लिए अभिभावकों ने प्राइवेट बस लगा रखी है। बस वाले प्रति बच्चे का 600 से 750 रुपये तक ले रहे हैं।
दरअसल पुरानी कलेक्ट्रेट में अभी तक केवी का संचालन हो रहा था। बिल्डिंग जर्जर हो गयी तो प्रधानाचार्य रोहित सक्सेना ने बिल्डिंग को समय से शिफ्ट करने का निर्णय लिया और समय रहते विद्यालय को शहर से 8 किमी दूर टुकसान स्थित मॉडल स्कूल में शिफ्ट कर दिया। गनीमत रही कि प्रधानाचार्य ने ये फैसला समय रहते ले लिया, यदि ऐसा न किया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि इस बार बारिश के दौरान एक क्लास की बाउंड्री गिर गई। यदि बच्चे वहां पढ़ रहे होते तो हादसे का शिकार हो सकते थे। फिलहाल केवी शहर से 8 किमी दूर संचालित हो रहे इस विद्यालय तक बच्चों को पहुंचाने के लिए अभिभावकों ने प्राइवेट बस लगा रखी है। बस वाले प्रति बच्चे का 600 से 750 रुपये तक ले रहे हैं।
अगले महीने से शुरू हो सकता है नई बिल्डिंग का काम
केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य रोहित सक्सेना का कहना है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अभी कुछ दिन पहले स्मरण पत्र भेजे गए थे, जिसका जवाब मिल गया है। अगले महीने से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य रोहित सक्सेना का कहना है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अभी कुछ दिन पहले स्मरण पत्र भेजे गए थे, जिसका जवाब मिल गया है। अगले महीने से निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
पुरानी बिल्डिंग बनी नशेड़ियों का अड्डा
केंद्रीय विद्यालय की पुरानी बिल्डिंग अब नशेबाजी का केंद्र बन गई है। नशे बाजों ने क्लास रूम के ताले तोड़ दिए हैं। बिल्डिंग भी पूरी तरह जर्जर हो गयी है। डीएम के सख्त आदेश के बाद भी अभी तक वाणिज्य कर कार्यालय, आंगनबाड़ी कार्यालय, मनोरंजन कर कार्यलय शिफ्ट नहीं किये गए हैं। इस बात को लेकर अभिभावकों में भारी रोष व्याप्त है।
केंद्रीय विद्यालय की पुरानी बिल्डिंग अब नशेबाजी का केंद्र बन गई है। नशे बाजों ने क्लास रूम के ताले तोड़ दिए हैं। बिल्डिंग भी पूरी तरह जर्जर हो गयी है। डीएम के सख्त आदेश के बाद भी अभी तक वाणिज्य कर कार्यालय, आंगनबाड़ी कार्यालय, मनोरंजन कर कार्यलय शिफ्ट नहीं किये गए हैं। इस बात को लेकर अभिभावकों में भारी रोष व्याप्त है।