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हाथरस में फिर दुष्कर्म, दो नाबालिग लड़कों ने 4 साल की मासूम को बनाया अपना शिकार! उल्लेखनीय है कि बिटिया के परिवार को सरकार ने 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद के साथ एक सरकारी नौकरी और घर देने का वादा किया था। शुक्रवार को तहसीलदार निधि भारद्वाज ने परिवार से सरकारी मदद मिलने के बारे में बात की। पीड़िता के पिता का कहना है कि उनसे एक कागज पर हस्ताक्षर कराए गए हैं। बेटी तो इस दुनिया से चली गई, अब उन्हें सिर्फ इंसाफ चाहिए। सरकार ने जो आर्थिक मदद की है उसके लिए आभारी हैं।
पीड़िता के पिता ने कहा कि अब उन लोगों के पास कोई काम नहीं है। काम-धंधा सब ठप है। इसलिए नौकरी की जरूरत है। उनके दोनों बेटे पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमसे घर और सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, जो अभी पूरा नहीं हुआ है। सीएम से उनकी मांग है कि इस मामले में भी न्याय होना चाहिए।
बता दें कि घटना के कुछ दिन बाद ही सीएम योगी ने पीड़िता के पिता से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात की थी। उन्होंने परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद के साथ एक नौकरी व शहर में मकान देने का आश्वासन दिया था। हालांकि इससे पहले ही जिला प्रशासन 10 लाख रुपए परिवार को दे चुका था। 15 लाख रुपए खाते में डाले गए हैं। पीड़िता के पिता ने धनराशि खाते में पहुंचने की बात कही है।