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हाथरस कांड: बिटिया का भाई बोला- सीएम योगी ने नहीं पूरा किया वादा, ना आवास दिया और ना नौकरी जानकारी के अनुसार, फिलहाल हाथरस केस के चारों अलीगढ़ जिला जेल में एक ही बैरक में बंद हैं। अब इन्हें अलग-अलग बैरक शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि अलीगढ़ जेल प्रशासन ने इन चारों आरोपियों को अलग-अलग बैरक में रखने का निर्णय लिया है। सूत्रों की मानें तो जबसे सीबीआई ने गैंगरेप, हत्या और एससी-एसटी समेत अन्य आरोप लगाते हुए चार्जशीट दाखिल की तब से चारों आरोपियों के चेहरे का रंग उड़ा हुआ है। आरोपी ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं। इतना ही नहीं आरोपियों की भूख भी गायब हो गई।
पीड़ित परिवार ने ली राहत की सांस इधर, सीबीआई की चार्जशीट से पीड़ित परिवार ने थोड़ी राहत की सांस ली है। पीड़िता की भाभी ने कहा कि उनकी ननद का अंतिम बयान व्यर्थ नहीं था। उन्होंने मरने से पहले 22 सितंबर को दिए बयान में रेप होने की बात कही थी। उनका बयान सीबीआई की जार्चशीट में प्राथमिक आधार बना है। वहीं, पीड़िता के भाई ने कहा कि हमे पता है कि हमारी बहन अब वापस नहीं आएगी, यह ऐसा है जिससे हमें खुशी नहीं मिलेगी, लेकिन इससे यह साफ हो गया है कि जो हमने कहा था वह सही था।