यह भी पढ़ें- बाइक बोट घोटाला: ग्रांड वेनिस मॉल के मालिक के बाद STF ने मोस्ट वांटेड दंपती को किया गिरफ्तार बिटिया के भाई ने गांव में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि सरकार ने नौकरी और शहर में घर के साथ 25 लाख रुपए देने का वादा किया था। उसने बताया कि खुद सीएम योगी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से उसके पिता से ये वादे किए थे, लेकिन उन्हें अभी तक 25 लाख की राशि भी पूरी नहीं दी गई है। उन्हें अनुसूचित जाति उत्पीड़न के तहत साढ़े आठ लाख समेत 25 लाख रुपए मिले हैं। अभी तक न तो घर मिला और न ही नौकरी। इसके दस्तावेज उनकी वकील के पास हैं। इस दौरान उसने फिर से जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।
बिटिया के भाई ने बताया कि जिलाधिकारी के विरुद्ध एसआईटी से भी शिकायत की गई थी, लेकिन इसके बाद भी उनका ट्रांसफर तक नहीं हुआ। वहीं, सीबीआई की चार्जशीट को उसने सही बताया और कहा कि हमें पूरा इंसाफ चाहिए। जब उससे बहन के अस्थि विसर्जन के संबंध में सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि हमें तो यह भी नहीं पता कि ये बहन की अस्थियां हैं या फिर कुछ और फिर हम विसर्जन कैसे कर सकते हैं? वहीं, बिटिया के भाई ने उत्तर प्रदेश पुलिस को लेकर कहा कि यूपी पुलिस आरोपी पक्ष से मिली हुई है।