यह भी पढ़ें- हाथरस कांड: बिटिया का भाई बोला- सीएम योगी ने नहीं पूरा किया वादा, ना आवास दिया और ना नौकरी उसने अक्टूबर में मिले एक मैसेज का उदाहरण भी दिया, जिसमें लिखा गया था कि तुम्हे सलाह दी जाती है कि सत्य को स्वीकार कर लो, नहीं तुम्हे छिपने के लिए इस देश की जमीन भी कम पड़ जाएगी। मैं तुम्हे और तुम्हारी मां को उसको (पीड़िता) मारने के लिए जेल में डाल दूंगा। उसने बताया कि वह मैसेज उन्होंने नवंबर में देखा था। इसके बाद पुलिस और सीबीआई को भी जानकारी दी, जिन्होंने मामले को देखने की बात कही।
बिटिया के भाई ने बताया कि परिवार ने उस दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई। उसके दो सप्ताह बाद परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में का दरवाजा खटखटाते हुए एक याचिका लगाई थी, जिसमें दिल्ली स्थानांतरण की बात कही गई थी, ताकि जांच स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ सके। उसने बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई भी प्रशासन की तरफ से उनके पास नहीं पहुंचा है।
वहीं, गांव में तैनात सीआरपीएफ को लेकर बिटिया के भाई ने कहा कि सीआरपीएफ कर्मी हमेशा हमारे साथ रहते है, लेकिन उन्होंने कभी हमें परेशान नहीं किया। कोई भी उनकी अनुमति और जांच के बिना हमसे नहीं मिल सकता है। उसने कहा कि फिलहाल हमारे पास सुरक्षा है, लेकिन यह हमेशा नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार ने उन्हें धमकाया था, जिसका वीडियों पीड़िता के दाह संस्कार के बाद वायरल हो गया था।ऐसे में वह गांव में अपने आपको कैसे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। वहीं, बिटिया की भाभी ने बताया कि छोटे भाई ने भी गाजियाबाद में लैब अटेंडेंट की नौकरी छोड़ दी है।