आरोपी की मां का जो बयान अब सामने आया है, उसमें बताया जा रहा है कि 14 सितंबर की घटना के बाद पीडि़ता की मां ने ही उसे (पीडि़ता) खोजा था। जिसके बाद उसने छोटू (चश्मदीद) को आवाज देकर बुलाया था। जबकि, इससे पहले चश्मदीद छोटू ने दावा किया था कि 14 सितंबर को घटना के बाद उसने अपने खेत में चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी थी। जब वह उस जगह पहुंचा तो पीडि़ता लेटी हुई थी, जबकि मां और भाई उसके बगल में खड़े थे। छोटू की ओर से लगातार ये बयान दिए गए थे, जिसके बाद सीबीआई ने भी उसे पूछताछ के लिए बुलाया था।
चश्मदीद के भाई ने कहा झूठा दावा
अब आरोपी की मां की ओर से जो दावा किया गया है, उसपर चश्मदीद के भाई ने कहा है कि आरोपी की मां झूठ बोल रही है, जबकि उसके भाई ने सही बयान दिया था। इस मामले में सीबीआई की टीम लगातार पीडि़ता के परिवार, आरोपियों के परिवार और अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। सीबीआई की टीम अबतक कई बार मौका ए वारदात का दौरा कर चुकी है, जबकि पीडि़ता के परिवार से घर पहुंचकर सवाल जवाब किए गए हैं। गौरतलब है कि हाथरस में 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी, जिसमें 19 साल की दलित युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था। 29 सितंबर को लड़की की मौत हो गई थी, जिसके बाद मचे बवाल के बीच इस मामले की जांच को सीबीआई के हवाले कर दिया गया।