दरअसल, मामला हाथरस के राजपुर ब्लॉक का है, जहां गांव के रहने वाले रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी सुखपाल सिंह विकास भवन स्थित डीपीआरओ पहुंच कर शिकायत दर्ज कराते हुए बोले कि हुजूर! मैं आपके सामने जिंदा खड़ा हूं और पंचायत सचिव ने मेरा मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। यह सुन कर वहां बैठे सभी कर्मचारी हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि साल 2019 से 2023 के बीच उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया गया है। पीड़ित ने डीपीआरओ से मामले की जानकारी देते हुए कहा कि उनका मृत्यु प्रमाणपत्र किसने जारी किया है और किस व्यक्ति ने इसके लिए आवेदन दिया था, इस बात की जानकारी पचायत सचिव ने नहीं दी। पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि मेरे नाम पर बनवाए गए प्रमाणपत्र का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। पीड़ित ने डीपीआरओ से गुहार लगाते हुए कहा कि जिस अधिकारी ने इस प्रमाणपत्र को जारी किया है और जिस व्यक्ति ने इसके लिए आवेदन दिया है, इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।
मामले की जानकारी मिलते ही डीपीआरओ सुबोध जोशी ने पंचायत सचिव विवेक कुमार को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि शनिवार शाम तक ग्राम पंचायत राजपुर की जन्म-मृत्यु एवं परिवार पंजिका डीपीआरओ कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए। प्रमाणपत्र जारी करने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एडीओ पंचायत को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।