हाथरस जिले की सादाबाद तहसील के गांव सरौठ निवासी 24 वर्षीय देवेन्द्र सिंह वर्ष 2013 में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में भर्ती हुए थे। उनका प्रशिक्षण रामपुर (अम्बाला) में हुआ। प्रशिक्षण के बाद देवेन्द्र सिंह को पठानकोट में तैनात किया गया था। जुलाई में उन्हें लद्दाख भेजा गया। बताया गया है कि वे 17 हजार फीट ऊंचाई पर तैनात थे। वहां चारों ओर दिखाई देती है तो सिर्फ बर्फ। तैनाती के दौरान ही उनका स्वास्थ्य खराब हो गया।
अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें बेस कैम्प पर लाया गया। अस्पताल में इलाज चला। चिकित्सक ने देवेन्द्र सिंह की मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि दिमाग की नस फट जाने से उनकी मृत्यु हुई है। परिजन अपने लाडले बेटे का शव लेने के लिए दिल्ली गए हैं। बता दें कि सेना की तरह आईटीबीपी के जवान का शव राजकीय सम्मान के साथ नहीं आता है। अर्धसैन्य बल के जवान को शहीद का दर्जा भी नहीं दिया जाता है।