शेल्टर होम पर बोले जयंत चौधरी
मुज्जफरनगर और देवरिया जैसे शेल्टर होम के सवाल पर उन्होंने मीडिया से कहा कि देवरिया के शेल्टर होम की एक साल पहले मान्यता रद्द हो चुकी थी, फिर भी वहां लड़कियों को क्यों रखा जा रहा था? आने वाले चुनाव बैलेट पेपर से कराये जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि सोर्स पोल चुनाव आयोग के कब्जे में नहीं है, इससे ज्यादा गंभीर सवाल क्या हो सकता है? उन्होंने कहा कि पार्टियों का इस मुद्दे पर सबसे पहले आपस में संवाद होना चाहिये।
किसानों पर भी बात की जयंत चौधर की इस सभा में किसान भी थे जिनपर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अलीगढ़ का लोकेश तिवारी नाम का किसान आवारा पशुओं द्वारा फसल बर्बाद किए जाने की वजह से अनशन कर रहा था, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही प्रशासन ने लाठीचार्ज करते हुए उसे धरने से हटा दिया । प्रशासनिक अफसरों ने फोन पर कहा कि वह लोकेश को रिहा कर देंगे, लेकिन उसे जेल भेज दिया गया । इस तरह से किसानों पर किए जा रहे अत्याचार को सहन नहीं किया जाएगा । वहीं प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने भी किसान और मजदूरों पर बोलत हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसान मजदूरों को पहचान दी थी। इस सभा में सैकड़ों लोग शामिल हुए ।