लोहरदगा में लघु सिंचाई प्रमंडल के द्वारा बदला नदी पर सीरिज चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है।
हजारीबाग। लोहरदगा में बनाए जा रहे सीरिज चेकडैम का ग्रामीणों ने विरोध करना शुरु कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जमीन बिना पूर्व सूचना के ही जबरन ली जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों का विरोध लगातार जारी है। लोहरदगा में लघु सिंचाई प्रमंडल के द्वारा बदला नदी पर सीरिज चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है।
ग्रामीण कर रहे विरोध
ग्रामीणों ने विरोध शुरु कर दिया है, किसान अनिल भगत का कहना है कि इस चेकडैम का निर्माण स्थल गोबरसैला है, लेकिन निर्धारित स्थान पर चेकडैम न बनाकर इसे दूसरे स्थल पर यानी चितरौली में बनाया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अचानक काम शुरू कर उनकी जमीन चेकडैम निर्माण में ली जा रही है।
ग्रामीण सुरेश महतो कहते हैं कि इससे जीवीकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई है। विभाग के द्वारा 276 फीट चेकडैम का निर्माण कराना है। जानकारी के अनुसार, बदला नदी की चौड़ाई 70 फीट के करीब है। ऐसे में इस जगह का चयन करना ग्रामीणों के समझ से परे है।
करोड़ों खर्च कर बन रहा चेक डैम
एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर इस चेकडैम का निर्माण किया जा रहा है। इस जगह के आस-पास बमुश्किल पन्द्रह से बीस घर होंगे और जमीन भी सीमित है। ऐसे में सरकारी राशि का दुरुपयोग करने की मंशा ग्रामीणों के समझ में नहीं आ रही है।
हालांकि विभाग के कार्यपालक अभियंता रामप्रताप प्रसाद सिंह का अपना ही राग है। इनका कहना है कि ग्राम सभा से बहुत पहले इसे पारित कर लिया गया था। अगर ग्राम सभा जमीनी स्तर पर होती तो फिर इस तरह के विरोध का कोई मतलब ही नहीं था।
सरकारी राशि की लूट
विभाग के पदाधिकारी के कहना है कि जिले में बारह योजना में बाइस चेकडैम का निर्माण कराया जा रहा है। इनके द्वारा योजना स्थल के विजिट का दावा भी किया जा रहा है। बहरहाल, योजना के नाम पर सरकारी राशि की लूट वर्षों से होती आई है।
ऐसे में लघु सिंचाई विभाग के द्वारा किए जा रहे दावे में कितनी सच्चाई है यह तो जमीनी हकीकत दिख ही रहा है। लेकिन ग्रामीणों के साथ जो समस्या उत्पन्न हो रही है, उसका निपटारा कौन करेगा। रैयत की जमीन पर बिना पूर्व सूचना के जेसीबी चला दिया गया है।