विपक्ष की हालत खस्ता,झूठ न बोले तो क्या करे-मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के पक्ष में चल रही तेज आंधी के कारण आज विपक्षी दलों के बीच यह होड़ मच गयी है कि कौन किसको सहारा दें,क्योंकि डूबते को तिनका का सहारा होता है। हजारीबाग के सर्वेन्द मिश्रा ने चार वर्ष के कार्यकाल में किये गये विकास कार्यों के बावजूद विपक्ष द्वारा इसे पचा नहीं पाने और सरकार को बदनाम करने पर पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में देश की जनता ने इनका (कांग्रेस व विपक्षी दलों) इतना बुरा हाल कर दिया कि गुस्से में वे झूठ नहीं बोलेंंगे तो और क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता आज भी अपनी विफलता स्वीकार नहीं कर रहे है, अब तक वे अपनी पराजय के सदमे से उबर हीं पाये है, शायद इसी कारण ऐसी हल्की बातें कर रहे है, क्योंकि उनके पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है।
जागने को तैयार नहीं विपक्ष
उन्होंने कहा कि कोई जानबूझ कर सोये हुए दिखना चाहता है, तो उसे जगाना मुश्किल है, विपक्ष भी जागने को तैयार नहीं है, यदि उसने आंखें खोल दी और बदलाव को देख लिया, तो फिर उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है।
तेजी से आगे बढ रहा देश
उन्होंने कहा कि दुनिया की नामी गिरामी संस्था आज यह मान रही है कि भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है, तिमाही विकास दर आठ प्रतिशत से ज्यादा रही, भारत चार वर्ष पहले दुनिया के 10वें नंबर की अर्थव्यवस्था की जगह अब छठे नंबर की अर्थव्यवस्था पर आ पहुंचा है, देश के वैज्ञानिकों ने 104 सेटेलाइट एक साथ लांच कर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी,लेकिन विपक्ष के नेताओं को बधाई देने के लिए मुंह खोलने में घंटों लग गये।
हजारीबाग के कार्यकर्ताओं ने जताया आभार
हजारीबाग की ही बूथ स्तरीय कार्यकर्त्ता मरियम टुडू ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि चार वर्ष के कार्यकाल में सही मायने में लोकतांत्रिक व्यवस्था का लाभ घर-घर तक पहुंचा है, लेकिन विपक्ष के दुष्प्रचार पर अंकुश लगाने के उपाय के बारे में सुझाव मांगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के कई हिस्सों में गरीबी-अशिक्षा जरूर होगी, लेकिन उनके संस्कार उंचे है, यही कारण है कि जब कोई नियम कायदा तोड़ कर आगे बढ़ता है, तो उन्हें पीड़ा होती है।
समाप्त किया वीवीआईपी कल्चर
उन्होंने बताया कि देश में वीवीआईपी कल्चर को समाप्त कर उन्होंने ईपीवीआई (हर सामान्य नारिगक महत्वपूर्ण है) व्यवस्था लागू की। इसी कारण सरकार ने वाहनों से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया, लाल बत्ती हट चुकी है और जल्द ही लोगों की मानसिकता से भी इसका प्रभाव खत्म हो जाएगा।