यहां आपको जीन बीज के बारे में बताने जा रहे हैं वे न्यूट्रीशन का पावर हाउस माने जाते हैं। इन बीजों को किसी भी रूप में डाइट में शामिल करना आपको अंदर से ताकत देगा और हर तरह के संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की शक्ति। कोरोना संक्रमण से लेकर आम मौसमी संंक्रमण और डायबिटीज से लेकर हाट डिजीज तक में ये बीज दवा की तरह काम करते हैं।
ये बीज कहलाते हैं न्यूट्रीशन का पावर -these seeds are called power house of nutrition अनारदाना
अनार ही नहीं, अनारदाना यानि अनार के बीज भी एंटीऑक्सीडेंट और न्यूट्रीशन से भरे होते हैं। अनार रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला और तनाव को दूर करने वाला होता है। ये दिल से लेकर स्किन और एनिमिया तक में फायदेमंद होता है। अनार में शामिल विटामिन सी चर्बी और कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाला होता है।
अनार ही नहीं, अनारदाना यानि अनार के बीज भी एंटीऑक्सीडेंट और न्यूट्रीशन से भरे होते हैं। अनार रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला और तनाव को दूर करने वाला होता है। ये दिल से लेकर स्किन और एनिमिया तक में फायदेमंद होता है। अनार में शामिल विटामिन सी चर्बी और कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाला होता है।
तुलसी के बीज
कैल्शियम से भरे तुलसी के बीज एंटी ऑक्सीडेंट से भी भरे होते हैं। दो चम्मच तुलसी के बीज एक स्लाइस चेडर चीज बराबर होते हैं के बराबर होते हैं। तुलसी के बीज रोज दूध के साथ लेने से पुरुषों की शक्ति बढ़ती है और वीर्य मजबूत होता है। वहीं ये संक्रमण से लड़ने में भी बेहद कारगर होता है।
कैल्शियम से भरे तुलसी के बीज एंटी ऑक्सीडेंट से भी भरे होते हैं। दो चम्मच तुलसी के बीज एक स्लाइस चेडर चीज बराबर होते हैं के बराबर होते हैं। तुलसी के बीज रोज दूध के साथ लेने से पुरुषों की शक्ति बढ़ती है और वीर्य मजबूत होता है। वहीं ये संक्रमण से लड़ने में भी बेहद कारगर होता है।
कद्दू का बीज
गरीबों का मेवा भी कद्दू के बीजों को कहा जाता है, क्योंकि ये असल मायने में न्यूट्रीशन का पावर हाउस होता है। शरीर को ताकत देने के साथ ये एनर्जी देने वाला होता है। इसके बीज में ओमेगा 3 फैटी और 6 फैटी एसिड आयरन, कैल्शियम, विटामिन ई, फाइबर जैसे कई ऐसे तत्व होते हैं जो डायबिटीज से लेकर दिल तक की बीमारियों से लड़ने में मददगार होते हैं। इसके बीज तनाव और डिप्रेशन को भी दूर करने में सहायक होते हैं। वेट लॉस के लिए भी ये इफेक्टिव हैं।
गरीबों का मेवा भी कद्दू के बीजों को कहा जाता है, क्योंकि ये असल मायने में न्यूट्रीशन का पावर हाउस होता है। शरीर को ताकत देने के साथ ये एनर्जी देने वाला होता है। इसके बीज में ओमेगा 3 फैटी और 6 फैटी एसिड आयरन, कैल्शियम, विटामिन ई, फाइबर जैसे कई ऐसे तत्व होते हैं जो डायबिटीज से लेकर दिल तक की बीमारियों से लड़ने में मददगार होते हैं। इसके बीज तनाव और डिप्रेशन को भी दूर करने में सहायक होते हैं। वेट लॉस के लिए भी ये इफेक्टिव हैं।
अलसी का बीज
अलसी के बीज में कैंसर रोधी तत्व होते हैं। यह छोटे बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं इनमें लिग्नेन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो सूजन दूर करते हैं। हडि्डयों के बीच लिगामेंट्स को बढ़ाकर उसे लचीला बनाने और वेट कम करने के साथ ही ये शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इसे खाने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है और ये इम्युनिटी को भी बढ़ाते हैं।
अलसी के बीज में कैंसर रोधी तत्व होते हैं। यह छोटे बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं इनमें लिग्नेन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो सूजन दूर करते हैं। हडि्डयों के बीच लिगामेंट्स को बढ़ाकर उसे लचीला बनाने और वेट कम करने के साथ ही ये शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इसे खाने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है और ये इम्युनिटी को भी बढ़ाते हैं।
किनोआ सीड्स
किनोआ सीड्स भी इम्युनिटी बूस्टर और मिनरलस और विटामिन से भरा बीज होता है। इसे डाइट में शामिल कर आप संक्रमण, मोटापा और हाई बीपी से बच सकते हैं। सूरजमुखी के बीज
सनफ्लॉवर सीड्स स्किन से लेकर हार्ट तक को हेल्दी बनाता है। हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड शुगर, विटामिन-मिनरल्स की कमी को दूर करने में ये बीज रामबाण है। वेट लॉस के दौरान इसे खाने से न्यूट्रीशन की कमी नहीं होती है।
किनोआ सीड्स भी इम्युनिटी बूस्टर और मिनरलस और विटामिन से भरा बीज होता है। इसे डाइट में शामिल कर आप संक्रमण, मोटापा और हाई बीपी से बच सकते हैं। सूरजमुखी के बीज
सनफ्लॉवर सीड्स स्किन से लेकर हार्ट तक को हेल्दी बनाता है। हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड शुगर, विटामिन-मिनरल्स की कमी को दूर करने में ये बीज रामबाण है। वेट लॉस के दौरान इसे खाने से न्यूट्रीशन की कमी नहीं होती है।
तरबजूत-खरबूज के बीज तरबूजे और खरबूजे के बीज भी एंटीऑक्सीडेंट, रफेज और विटामिन-मिनरल्स से भरे होते हैं। इनका सेवन किसी भी रूप में करना सेहत को फायदा देता है। भांग के बीज
भांग के बीज रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले होते हैं। इनमें नशा नहीं होता। इसका प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इसके 2 टेबल स्पून भांग के बीजों में फ्लैक्स सीड्स और चिया सीड्स से अधिक प्रोटीन होता है।
भांग के बीज रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले होते हैं। इनमें नशा नहीं होता। इसका प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इसके 2 टेबल स्पून भांग के बीजों में फ्लैक्स सीड्स और चिया सीड्स से अधिक प्रोटीन होता है।
चिया सीड्स
चिया सीड्स में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन और अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं। दिन में किसी भी समय इन बीजों का सेवन किया जा सकता है। ये भी आपके वेट को कम करने से लेकर भूख को निंयत्रित करने वाले होते हैं। साथ ही संक्रमण से लड़ने की ताकत शरीर को देते हैं।
चिया सीड्स में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन और अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं। दिन में किसी भी समय इन बीजों का सेवन किया जा सकता है। ये भी आपके वेट को कम करने से लेकर भूख को निंयत्रित करने वाले होते हैं। साथ ही संक्रमण से लड़ने की ताकत शरीर को देते हैं।
तिल यूं तो तिल का सेवन सर्दियों में करना ज्यादा चाहिए, लेकिन गर्मियों में इन्हें भिगा कर खाना फायदेमंद होता है। ये शरीर में कैल्शिमय की कमी को पूरा करते हैं और हडि्डयों को मजबूती। वेट कम करने में भी सहायक होते हैं। तिल प्रोटीन का अच्छा सोर्स होते हैं।
तो इन सभी बीजों में से एक या दो बीज को अपनी डाइट का हिस्सा बना लें। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।