आंवला विटामिन सी से भरा होता है और इसके बीज में पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन बी कॉन्प्लेक्स, कैरोटीन, आयरन और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इतने पोषक तत्वों से भरा ये बीज अपने आप में ही पोषक का खजाना है। तो चलिए जानें इसके बीज के फायदे।
कब्ज से लेकर अपच तक में फायदेंमद
पेट संबंधी समस्या, कब्ज और पाचन में आंवले की गुठली के पाउडर बहुत फायदेमंद होते हैं। कब्ज की समस्या में आंवले की गुठली के पाउडर को गुनगुने पानी में डालकर पीना चाहिए। रात में सोने से पहले और सुबह कभी भी इसके चूर्ण को खाना फायदेमंद होगा।
पेट संबंधी समस्या, कब्ज और पाचन में आंवले की गुठली के पाउडर बहुत फायदेमंद होते हैं। कब्ज की समस्या में आंवले की गुठली के पाउडर को गुनगुने पानी में डालकर पीना चाहिए। रात में सोने से पहले और सुबह कभी भी इसके चूर्ण को खाना फायदेमंद होगा।
हिचकी
हिचकी आना कई बार लंबे समय तक बंद नहीं होती है। इससे परेशनी होती है तो आप आंवले की गुठली के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं। ये तुरंत आराम पहुंचाएगा।
हिचकी आना कई बार लंबे समय तक बंद नहीं होती है। इससे परेशनी होती है तो आप आंवले की गुठली के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं। ये तुरंत आराम पहुंचाएगा।
पिंपल्स और लिटिल बंप्स होंगे दूर
आंवले के बीज का चूर्ण स्किन के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए बीज को नारियल के तेल में डालकर कुछ दिन छोड़ दें। बाद में इसे पीस लें और इसका पेस्ट बना कर पिंपल्स या छोटे दानों के ऊपर लगा दें। इससे ये सूख भी जाएंगे और दाग भी नहीं आएगा।
आंवले के बीज का चूर्ण स्किन के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए बीज को नारियल के तेल में डालकर कुछ दिन छोड़ दें। बाद में इसे पीस लें और इसका पेस्ट बना कर पिंपल्स या छोटे दानों के ऊपर लगा दें। इससे ये सूख भी जाएंगे और दाग भी नहीं आएगा।
आंखों की खुजली से दिलाता है राहत बहुत से लोग आंखों में खुजली या जलन जैसी परेशानियों से ग्रस्त होते हैं तो आपको आंवले के बीज को पीसकर अपनी आंखों पर लगाना चाहिए इससे आपको काफी राहत मिलेगा।
पीलिया में लाभकारी
पीलिया की बीमारी में आंवले और आंवले की बीज का सेवन खूब करना चाहिए। इसके बीज लिवर से वसा कम करने वाले और उसे दुरुस्त बनाने का काम करेंगे। लिवर से जुड़ी बीमारियों में आंवले के बीज का चूर्ण, चटनी कुछ भी खाना फायदेमंद होगा।
पीलिया की बीमारी में आंवले और आंवले की बीज का सेवन खूब करना चाहिए। इसके बीज लिवर से वसा कम करने वाले और उसे दुरुस्त बनाने का काम करेंगे। लिवर से जुड़ी बीमारियों में आंवले के बीज का चूर्ण, चटनी कुछ भी खाना फायदेमंद होगा।
पथरी के खिलाफ होता है असरदार
पथरी की समस्या से जूझ रहा है। पथरी की समस्या से निजात पाने के लिए आंवले के गुठली का चूर्ण नियमित रूप से लीजिए। ल्यूकोरिया से दिलाए छुटकारा
ल्यूकोरिया जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए तीन आंवले की गुठलियों को 6 ग्राम पानी के साथ मिलाकर अच्छी तरह से पीस लीजिए। एक चम्मच शहद और स्वाद अनुसार मिश्री मिलाकर इस मिश्रण को पी लीजिए।
पथरी की समस्या से जूझ रहा है। पथरी की समस्या से निजात पाने के लिए आंवले के गुठली का चूर्ण नियमित रूप से लीजिए। ल्यूकोरिया से दिलाए छुटकारा
ल्यूकोरिया जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए तीन आंवले की गुठलियों को 6 ग्राम पानी के साथ मिलाकर अच्छी तरह से पीस लीजिए। एक चम्मच शहद और स्वाद अनुसार मिश्री मिलाकर इस मिश्रण को पी लीजिए।
नकसीर
नकसीर की समस्या में आंवले के बीज को घी में तलकर उसे पीस लें और इस पेस्ट को माथे पर लगाएं, इससे ठंडक मिलेगी और नकसीर की समस्या भी दूर होगी। साथ ही इसके बीज के चूर्ण को खाना भी चाहिए।
नकसीर की समस्या में आंवले के बीज को घी में तलकर उसे पीस लें और इस पेस्ट को माथे पर लगाएं, इससे ठंडक मिलेगी और नकसीर की समस्या भी दूर होगी। साथ ही इसके बीज के चूर्ण को खाना भी चाहिए।
तो अब आंवले के बीज फेंके नहीं, बल्कि उसे अपनी जरूरत के अनुसा प्रयोग करें। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।