गठिया की वजह - Causes Of Arthraitis
जोड़ो में कार्टिलेज नाम का एक टिश्यू होता है, जो हड्डियों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है, लेकिन यूरिक एसिड के कारण कार्टिलेज नष्ट होने लगता है और हडि्डयों के बची मौजूज लिगामेंट्स यानी ग्रीस कम होने से रगड़ बढ़ जाती है। हडि्डयों के आपस में रगड़ खाने से ये दर्द उत्पन्न होता है। इसके अलावा मोटापा और कैल्शियम और विटामिन डी की कमी भी होती है।
जोड़ो में कार्टिलेज नाम का एक टिश्यू होता है, जो हड्डियों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है, लेकिन यूरिक एसिड के कारण कार्टिलेज नष्ट होने लगता है और हडि्डयों के बची मौजूज लिगामेंट्स यानी ग्रीस कम होने से रगड़ बढ़ जाती है। हडि्डयों के आपस में रगड़ खाने से ये दर्द उत्पन्न होता है। इसके अलावा मोटापा और कैल्शियम और विटामिन डी की कमी भी होती है।
जोड़ो में दर्द के घरेलू उपचार-joint pain home remedies एप्पल साइडर विनेगर
मिनरल्स, कैल्शियम, मैगन्शियम, पोटेशियम और फास्फोरस से भरा एप्पल साइड विनेगर जोड़ों के दर्द को खींच कर सूजन को घटाता है। साथ ही ये शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकाल कर यूरिक एसिड को कम करता है। इसलिए रोज सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और शहद मिलाकर पीने की आदत डाल लें।
मिनरल्स, कैल्शियम, मैगन्शियम, पोटेशियम और फास्फोरस से भरा एप्पल साइड विनेगर जोड़ों के दर्द को खींच कर सूजन को घटाता है। साथ ही ये शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकाल कर यूरिक एसिड को कम करता है। इसलिए रोज सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और शहद मिलाकर पीने की आदत डाल लें।
आलू का रस
अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपके लिए आलू भी दवा की तरह काम कर सकता है। जी हां, आलू क्षारीय होता है, इसलिए यह शरीर में क्षारों की मात्रा बढ़ाने से रोकता है। इसके रस के सेवन से शरीर में ऐसीडोसिस भी नहीं होने पाती। आलू में सोडा, पोटाश और विटामिन 'ए' तथा 'डी' भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं और ये यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालता है। ऐसे में जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपके लिए आलू भी दवा की तरह काम कर सकता है। जी हां, आलू क्षारीय होता है, इसलिए यह शरीर में क्षारों की मात्रा बढ़ाने से रोकता है। इसके रस के सेवन से शरीर में ऐसीडोसिस भी नहीं होने पाती। आलू में सोडा, पोटाश और विटामिन 'ए' तथा 'डी' भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं और ये यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालता है। ऐसे में जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
लहसुन की कलियां
औषधिय गुणों से भरी लहसुन की कलियां गठिया ही नहीं, मांसपेशियों के खिंचाव को भी दूर करती हैं। सुबह खाली पेट लहसुन खाना आपके शरीर के लिए बहुत से फायदे देता है। गठिया से लेकर कोलेस्ट्रॉल और एड़ियों में होने वाली दर्द में लहसुन रामबाण की तरह काम करता है।
औषधिय गुणों से भरी लहसुन की कलियां गठिया ही नहीं, मांसपेशियों के खिंचाव को भी दूर करती हैं। सुबह खाली पेट लहसुन खाना आपके शरीर के लिए बहुत से फायदे देता है। गठिया से लेकर कोलेस्ट्रॉल और एड़ियों में होने वाली दर्द में लहसुन रामबाण की तरह काम करता है।
कच्ची हल्दी
हल्दी अगर औषधिय रूप में यूज करना है तो कोशिश करें की कच्ची हल्दी का प्रयोग करें। कच्ची हल्दी में करक्यूमिन अधिक होता है और ये दर्द के साथ सूजन के दर्द में राहत देता है। कच्ची हल्दी को घिस कर पानी में उबाल लें और इसे शहद के साथ पीएं या एक गिलास गर्म दूध में हल्दी पाउडर ममिलाकर पीएं। ये दर्द और सूजन दोनों को कम करेगा।
हल्दी अगर औषधिय रूप में यूज करना है तो कोशिश करें की कच्ची हल्दी का प्रयोग करें। कच्ची हल्दी में करक्यूमिन अधिक होता है और ये दर्द के साथ सूजन के दर्द में राहत देता है। कच्ची हल्दी को घिस कर पानी में उबाल लें और इसे शहद के साथ पीएं या एक गिलास गर्म दूध में हल्दी पाउडर ममिलाकर पीएं। ये दर्द और सूजन दोनों को कम करेगा।
दालचीनी पाउडर
एक गर्म कप पानी में एक चम्मच दालचीनी और एक चम्मच शहद मिलाकर पीएं, आपको इस बीमारी से काफी हद तक आराम मिलेगा। आप दालचीनी और शहद का पेस्ट बना कर दर्द वाली जगह पर धीरे-धीरे मसाज भी कर सकते हैं।
एक गर्म कप पानी में एक चम्मच दालचीनी और एक चम्मच शहद मिलाकर पीएं, आपको इस बीमारी से काफी हद तक आराम मिलेगा। आप दालचीनी और शहद का पेस्ट बना कर दर्द वाली जगह पर धीरे-धीरे मसाज भी कर सकते हैं।
अदरक या सोंठ
रोज सुबह खाली पेट कच्चा अदरक खाने से शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है। साथ ही अदरक दर्द निवारक गुण से भरा होता है। अदरक न हो तो आप सोंठ का भी प्रयोग कर सकते हैं। अपनी डाइट में अधिक से अधिक अदरक का प्रयोग करें।
रोज सुबह खाली पेट कच्चा अदरक खाने से शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है। साथ ही अदरक दर्द निवारक गुण से भरा होता है। अदरक न हो तो आप सोंठ का भी प्रयोग कर सकते हैं। अपनी डाइट में अधिक से अधिक अदरक का प्रयोग करें।
सरसों का तेल
रोज जोड़ो में सरसों का तेल हलका सा गर्म करके मसाज करने पर जोड़ो में खून का बहाव तेज हो जाता है और दर्द से आराम मिलता है। तेल से मसाज करने के बाद इसे पाॅलीथीन से कवर कर लें और गर्म तौलिए पर इसको रख कर सिकाई करें। इससे आपको आर्थराइटिस में होने वाली दर्दों से राहत मिलेगी।
रोज जोड़ो में सरसों का तेल हलका सा गर्म करके मसाज करने पर जोड़ो में खून का बहाव तेज हो जाता है और दर्द से आराम मिलता है। तेल से मसाज करने के बाद इसे पाॅलीथीन से कवर कर लें और गर्म तौलिए पर इसको रख कर सिकाई करें। इससे आपको आर्थराइटिस में होने वाली दर्दों से राहत मिलेगी।
ये छोटे लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण उपाय है जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को खींच लेते हैं। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।