डाइट फिटनेस

हीमोग्लोबिन बढ़ाता है केला, बेर से दूर होती हैं ये समस्याएं

रोजाना एक केला खाने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती हैं। केले में शुगर और फाइबर के अलावा थाइमिन, नियासिन, पोटेशियम और फॉलिक एसिड होता है,

जयपुरAug 13, 2017 / 06:52 pm

विकास गुप्ता

रोजाना एक केला खाने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती हैं। केले में शुगर और फाइबर के अलावा थाइमिन, नियासिन, पोटेशियम और फॉलिक एसिड होता है, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है।
कब्ज: केला आंतों में चिकनाई बनाता है जिससे कब्ज व एसिडिटी की समस्या दूर होती है।
हृदय रोग: रोजाना केले में शहद मिलाकर खाने से हृदय रोगों का खतरा कम हो जाता है।
एनीमिया: इससे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, जिससे एनीमिया की शिकायत दूर होती है।
नक्सीर : नाक से खून आने की समस्या हो तो केले को चीनी और दूध में मिलाकर लगातार एक सप्ताह तक खाएं।
प्रेग्नेंसी: गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट में केले को शामिल करना चाहिए, ताकि ऊर्जा बनी रहे।
बच्चे: दिमागी और शारीरिक विकास के लिए बच्चों को हर रोज एक केला खिलाना चाहिए। इससे खेलने-कूदने के दौरान उन्हें ज्यादा थकान नहीं होती।
दुबलापन: केला वजन बढ़ाने में मददगार होता है इसलिए बहुत पतले लोगों को वजन बढ़ाने के लिए रोजाना बनाना शेक पीना चाहिए। केले में मौजूद ट्राइपटोफेन तनाव कम करने में सहायक है।

खुश्की और थकान दूर करता है बेर
बेर की पत्तियों में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, क्लोरीन, प्रचुर मात्रा में होता है। जानते हैं इसके फायदों के बारे में-
त्वचा पर कट या घाव होने पर बेर का गूदा घिसकर लगाने से घाव जल्दी भरता है। यह खुश्की और थकान दूर करता है। बेर और नीम के पत्ते पीसकर लगाने से सिर के बाल गिरने कम होते हैं। फेफड़े संबंधी रोग व बुखार ठीक करने के लिए इसका जूस पीएं। बेर को नमक और काली मिर्च के साथ खाने से अपच की समस्या दूर होती है। सूखे हुए बेर खाने से कब्ज और पेट संबंधित बीमारियां दूर होती हैं। बेर को छाछ के साथ लेने से घबराहट और उलटी होना व पेट में दर्द की समस्या खत्म होती है। बेर की पत्तियां सरसों के तेल के साथ पेस्ट बनाकर पेट पर लगाने से लिवर संबंधी समस्या में लाभ मिलता है। रोजाना बेर खाने से अस्थमा में आराम मिलता है और मसूड़ों के घाव जल्दी भरते हैं।

Home / Health / Diet Fitness / हीमोग्लोबिन बढ़ाता है केला, बेर से दूर होती हैं ये समस्याएं

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.